राजस्थान के शिक्षा विभाग की पत्रिका के अनुसार, महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए पोछा लगाना चाहिए और चक्की पीसनी चाहिए.

राजस्थान के शिक्षा विभाग की पत्रिका में महिलाओं को फ़िट रहने के लिए कुछ अलग ही तरह की सलाहें दी गयी हैं. पत्रिका के अनुसार, सुबह टहलने से लेकर दौड़ने तक, घुड़सवारी करने से और साइकिल चलाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है, लेकिन महिलाओं को स्वस्थ रहने के लिए चक्की पीसने, पानी भरने, पोछा लगाने जैसे काम भी करने चाहिये.

‘शिविर’ नाम की ये मासिक पत्रिका स्कूल के अध्यापकों के लिए है. इसमें आमतौर पर शिक्षा, महान व्यक्तियों और सामान्य हित के विषयों पर लेख प्रकाशित किये जाते हैं.

52 पन्नों की इस पत्रिका के नवम्बर के अंक में स्वस्थ रहने के लिए 14 निर्देश दिए गए हैं. ‘स्वस्थ रहने के 14 उपाय’ शीर्षक में ये उपाय दिया गया है.

इसमें कहा गया है कि शराब और सॉफ्ट ड्रिंक्स का सेवन स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता. कोका कोला और पेप्सी का नाम इसमें साफ़ तौर पर लिखा गया है. इसके अलावा, इसमें हरी सब्ज़ियां, दूध, छाछ, अंकुरित अनाज आदि के फ़ायदे भी बताए गए हैं. पत्रिका में लिखा है, ‘भोजन सादा करो एवं उसे प्रसाद रूप में ग्रहण करो.’

महिलाओं के लिए दी गयी सेक्सिस्ट सलाह के कारण इस पत्रिका की समाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा आलोचना की जा रही है.

पीपुल्स यूनियन फ़ॉर सिविल लिबर्टीज़ की राष्ट्रीय सचिव, कविता श्रीवास्तव ने कहा, “ये बहुत शर्मनाक है कि शिक्षा विभाग उसी रूढ़िवादिता को मज़बूत कर रहा है, जिससे शिक्षा को मुक्ति दिलानी चाहिए.”

माध्यमिक शिक्षा निदेशक और पत्रिका के मुख्य संपादक, Nathmal Didel ने भी स्वीकार किया है कि पत्रिका में घरेलू गतिविधियों को विशेष रूप से महिलाओं के लिए व्यायाम के रूप में नहीं सुझाया जाना चाहिए था.

उन्होंने कहा, “हमारे समाज में परंपरागत तरीके से ये ही होता आया है और लेखक शायद इसी बात से प्रभावित था. मैं आपको आश्वासन देता हूं कि इसके पीछे कोई भेदभाव की भावना नहीं रही होगी.”

ये पहली बार नहीं है कि शिक्षा विभाग विवादों में घिरा है. इससे पहले, इस साल की शुरुआत में शारीरिक स्वास्थ्य और शिक्षा की संशोधित पाठ्यपुस्तक में कहा गया था कि ‘मीट खाने से शरीर को नुकसान पहुंचता है. इसके अलावा, खाना खाने से पहले बोले जाने के लिए 6 लाइनों का एक मन्त्र भी पुस्तक में दिया गया था.

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