संवेदनाओं की इस दुनिया में कोई जगह नहीं है. पर कोई स्त्री इतनी संवेदनहीन हो सकती है, इस पर यकीन करना मुश्किल है. इंदौर के एयरपोर्ट पर ऐसी ही एक घटना घटी, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया. इंदौर एयरपोर्ट पर दिल्ली की एक महिला यात्री ने नियम तोड़े और जब उसे रोकने की कोशिश की गई, तो उस महिला ने गर्भवती पुलिस कॉन्सटेबल को लातों से मारा.
दिल्ली की महिला यात्री प्रियंका, अपने पति पारस पलगोत्रा और माता-पिता के साथ इंडिगो की फ्लाइट से इंदौर आई थी. यहां से उन्हें प्रियंका टर्मिनल से बाहर आ गई और नियमों के अनुसार, एक बार बाहर आने पर वापस अंदर जाना मना है. लेकिन प्रियंका Arrival गेट से ही अंदर जाने लगी. प्रियंका को जब रोका गया, तो उसने आरक्षक की बात को अनसुना कर दिया.
सीआरपीएफ़ की महिला सिपाही ने भी प्रियंका को रोका. प्रियंका सिपाही से बहस करने लगी और बात हाथा-पाई तक पहुंच गई. बातों-बातों में प्रियंका ने महिला सिपाही के पेट पर लात मार दी, जब कि ये साफ़ दिख रहा था कि सिपाही गर्भवती है.
अपने व्यवहार के लिए प्रियंका ने माफ़ी मांगी, पर उनके खिलाफ़ केस दर्ज किया गया. ये केस सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर दर्ज किया गया. गौरतलब है कि प्रियंका को ज़मानत पर छोड़ दिया गया.
ये पहली घटना नहीं है जब किसी महिला ने असंवेदनशीलता का सुबूत दिया हो. कुछ दिनों पहले गाज़ियाबाद की महिला ऑडी चालक ने ऐसी गाड़ी की चाभी निकाल ली थी, जिसमें एक गर्भवती महिला Labour Pain में थी. पैसे के नशे में चूर उस ऑडी चालक को दर्द से तड़पती महिला ने भी विचलित नहीं किया. ये वी़डियो सोशल मीडिया में बहुत वायरल हुआ था.
समझ में नहीं आता कि हम किस तरह की दुनिया में जी रहे हैं. कुछ लोग मेट्रो, बसों में भी गर्भवती महिलाओं के लिए सीट छोड़ना मुनासिब नहीं समझते. अपना Comfort देखना अच्छी बात है, पर सामने वाले की अवस्था के बारे में सोचना चाहिए. इंसानियत का धर्म निभाने में पीछे रहने वालों के लिए लानत भी बहुत छोटा शब्द है.
Source: Nai Duniya