30 वर्षीय महिला मज़दूर, शकुंतला ने सफ़र के दौरान ही सड़क पर बच्चे को जन्म दिया.
Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के नासिक से मध्य प्रदेश के सतना स्थित अपने घर जा रही मज़दूर महिला ने बच्चे को जन्म दिया. जन्म देने के 1 घंटे बाद, चलना शुरू किया और 160 किलोमीटर की यात्रा तय की. बीते 5 मई को शकुंतला ने बच्चे को जन्म दिया.
बिजासन पुलिस चेक-पोस्ट इंचार्ज, कविता कनेश के अनुसार,
मैंने देखा कि एक महिला की गोद में नवजात बच्चा है और मैंने उनसे पूछा कि क्या उन्हें मेडिकल सहायता की ज़रूरत है?
शकुंतला की कहानी सुनकर पुलिस वाले भी चौंक गये. शकुंतला के पति राकेश ने Times of India को बताया,
धुले के पास एक सिख परिवार ने नवजात बच्चे के लिए कपड़े और ज़रूरत का सामान दिया.
-राकेश
राकेश उन कई मज़दूरों में से हैं जिनकी लॉकडाउन ने रोज़ी-रोटी छीन ली.
हमारे पास खाने को नहीं था. हमें घर जाना था, जहां लोग हमें जानते हैं और हमें पता है वो हमारी मदद करेंगे.
-राकेश
रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकारियों ने मज़दूरों को घर पहुंचाने की व्यवस्था की.
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