बीते मंगलवार विश्व बैंक की सीईओ Kristalina Georgieva ने मुंबई लोकल में सफर किया. उन्होंने मुंबई के चर्चगेट स्टेशन से मुम्बई लोकल ट्रेन पकड़ी. अपने इस सफ़र के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ये एक बेहतरीन अनुभव था. आपको बता दें कि Kristalina Georgieva मुंबई में विश्व बैंक के सहयोग से बने सबअर्बन रेल सिस्टम की समीक्षा करने आयी थीं. अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होंने सीएम देवेंद्र फडणवीस और देश के फ़ाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली से भी मुलाक़ात की.

आपको बता दें कि अपनी इस यात्रा के अंत में उन्होंने महानगर में रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने के लिए बड़ा लोन देने की घोषणा की. डेवलपमेंट बैंक मुंबई की शहरी परियोजना-III योजना के लिए एक अरब डॉलर यानि कि लगभग 7,000 करोड़ रुपये प्रदान करेगा. साथ ही महाराष्ट्र के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में कृषि के लिए भी ज़रूरी मदद करेगा. आपको बता दें कि बीते कुछ सालों में एक वित्तीय संस्था द्वारा देश के किसी भी राज्य को मिलने वाली ये अभी तक की सबसे बड़ी फंडिंग है. लेकिन ये फंड 18-20 साल की अवधि में लिबोर प्लस दरों पर आवंटित किया जाएगा.

इस योजना के महत्वपूर्ण तत्व हैं, विरार-दहानु और पनवेल-कर्जत के रास्तों को चौगुना करना और पनवेल से कर्जत के लिए तीसरी लाइन बनाना है.
मुंबई के वेस्टर्न रेलवे की लोकल ट्रेन में चर्चगेट से दादर तक सफर करने वाली वर्ल्ड बैंक के सीईओ ने कहा, ‘हमारा मुख्य उद्देश्य शहर के यात्रियों को एक सुरक्षित, सरल और आरामदायक यात्रा करना है.’

इस रेलवे परियोजना का पहले से ही मुख्य उद्देश्य रेलवे नेटवर्क की क्षमता को बढ़ाने का है. इस परियोजना को रेलवे और राज्य सरकार के बीच में आधा-आधा क्रियान्वित किया जायेगा. ट्रेन के लिए नए कोचों को खरीदा जाएगा, साथ ही अतिक्रमण पर भी नियंत्रण नियमों को रेलवे लाइनों के साथ-साथ 22 अन्य स्थानों पर भी लागू किया जाएगा. इस फंड का एक बड़ा हिस्सा राज्य सरकार को आवंटित किया जाएगा, ताकि वो विदर्भ और मराठवाड़ा के सूखा प्रभावित करीब 5,000 गांवों में जलवायु अनुरूप खेती परियोजना को क्रियान्वित कर पायें.
इस योजना के अंतर्गत, जल संरक्षण और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए खेती के पैटर्न में बदलाव किये जायेंगे. इन गांवों के किसानों को जलवायु में होने वाले परिवर्तनों में खेती करने के नए तरीक भी बताये जायेंगे. Kristalina Georgieva ने बताया, ‘विश्व बैंक के बोर्ड ने अभी तक खेती के इस प्रोजेक्ट के लिए ग्रीन सिग्नल नहीं दिया है, लेकिन वो भविष्य में इसकी फंडिंग के लिए भी काफी उत्सुक हैं.
राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि डायरेक्ट लोन्स के अलावा, बैंक अन्य परियोजनाओं के लिए निजी निवेशकों से निवेश प्राप्त करने में भी मदद करेगी. हमने उनके सामने दूसरे कई प्रोजेक्ट्स जैसे स्मार्ट सिटी, जल संरक्षण और सतत ऊर्जा परियोजनाओं को भी पेश किया है. राज्य में लागू की गयी अन्य परियोजनाओं की फंडिंग के लिए भी विश्व बैंक के साथ उनकी समीक्षा की गई है.