पिछले एक साल से ज़्यादा समय से कोरोना वायरस पूरी दुनिया में तबाही का दूसरा नाम बना हुआ है. दुनियाभर में इस ख़तरनाक वायरस से अब तक 23 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, 7 करोड़ से ज़्यादा ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने इस वायरस को मात दी है. इन्हीं में से एक मरीज़ फ्रांस की सिस्टर आंद्रे भी हैं, जो कोरोना को मात देने वाली दुनिया की दूसरी और यूरोप की सबसे उम्रदराज़ शख़्स हैं. आज यानि गुरुवार को वो अपना 117 वां जन्मदिन भी सेलिब्रेट कर रही हैं.

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सिस्टर आंद्रे का जन्म सन् 1904 में हुआ था. पिछले महीने वो टूलॉन में स्थित Sainte-Catherine Laboure होम में कोविड-19 से संक्रमित हो गई थीं. हालांकि, आंद्रे में किसी तरह के लक्षण नज़र नहीं आ रहे थे, फिर भी उन्हें आइसोलेट कर दिया गया. 

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बता दें, सिस्टर आंद्रे देख नहीं सकती हैं और व्हीलचेयर का इस्तेमाल करती हैं. लेकिन कोरोना रिपोर्ट आने पर उन्हें चिंता नहीं हुई. उन्होंने कहा, ‘मुझे डर नहीं लगा क्योंकि मुझे मरने का डर नहीं था.’

सिस्टर आंद्रे केयर होम में रहती हैं. केयर होम के कम्यूनिकेशन मैनेजर डेविड टवेला ने बताया कि आंद्रे की सेहत में सुधार है. हम उनकी देखभाल कर रहे हैं. सिस्टर गुरुवार को अपना 117वां जन्मदिन मनाएंगी. कोविड-19 के मद्देनजर इस कार्यक्रम में बहुत ही कम लोग शामिल होंगे.

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हालांकि, Sainte-Catherine Laboure होम में रहने वाले कुछ लोग सिस्टर आंद्रे की तरह ख़ुशकिस्मत नहीं थे. दरअसल, यहां रहने वाले 88 लोगों में से 81 लोग वायरस की चपेट में आए थे. जिनमें 10 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है.