कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में 3 युवा हम्पी के एक पिलर को गिरा रहे थे और उनका दोस्त इस घटना को रिकॉर्ड कर रहा था.
TOIकी रिपोर्ट के अनुसार, ASI (Archaeological Survey of India), बेल्लारी ने मामले की शिकायत दर्ज की और बताया कि ये घटना पिछले साल की है.
रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे परीक्षा के लिए 5 युवाओं का ग्रुप बेल्लारी आया था और परीक्षा के बाद हम्पी गया था.
हम्पी, भारत की एकमात्र ऐसी जगह है जिसे New York Times’ 2019 Must-See Destinations लिस्ट में शामिल किया गया. हम्पी को इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर रखा गया.
4 युवाओं ने मिल कर पिलर गिराया जब कि 5वें को इस पूरी घटना के बारे में पता नहीं था.
बिहार पुलिस की सहायता से तीन युवाओं को गिरफ़्तार किया गया.
अब इन चारों को उनकी हरकत की सज़ा दी गई है. Judicial Magistrate First Class Court, होसपेट की जज पूर्णिमा यादव ने इन चारों को 70-70 हज़ार रुपए जमा करने और पिलर को दोबारा खड़ा करने की सज़ा दी है.
The News Minute की रिपोर्ट के अनुसार, युवाओं ने 2.8 लाख रुपए जमा किए और पिलर दोबारा लगाने में सहायता की और इसके बाद उन्हें छोड़ा गया.
मध्य प्रदेश के आयुष, बिहार के राजा बाबू चौधरी, राज आर्यन और राजेश कुमार चौधरी को वीडियो वायरल होने के एक हफ़्ते के अंदर गिरफ़्तार कर लिया गया. इन चारों ने हम्पी के विष्णु मंदिर के एक पिलर को गिराया था.
ये सज़ा उन सब के लिए एक सबक है, जो ऐतिहासिक महत्व की जगहों को क्षति पहुंचाते हैं.
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