हमारी पीढ़ी के अधिकांश क्रिकेट प्रेमी के यादों में युवराज सिंह एक ज़रूरी जगह रखते हैं. एक ओवर में 6 छक्के हों, वर्ल्ड कप ट्रॉफ़ी हो, या लॉर्ड्स का मैदान हो… वहां युवराज सिंह थे.  

युवराज सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से आधिकारिक रूप से सन्यास ले लिया. मुंबई में मीडिया को संबोधित कर उन्होंने अपने इस फ़ैसले के बारे में दुनिया को बताया.  

25 साल तक 22 यार्ड के आस-पास रहने और लगभग 17 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से भीतर बाहर होने के बाद मैंने आगे बढ़ने का फ़ैसला कर लिया है. इस खेल ने कैसे लड़ना है, कैसे गिरना है, कैसे खड़े होकर दोबारा आगे बढ़ना है सिखाया है. अब समय आ गया है कि गुड बाय कह कर चल दिया जाए. ये एक ख़ूबसूरत कहानी थी, जिसका अंत होना ही था.

-युवराज सिंह

शुरुआत में युवराज की पहचान एक बेहतरीन क्षेत्ररक्षक के तौर पर बनी थी, बाद में जो एक महान खिलाड़ी के रूप में स्थापित हुई, जिसने कैंसर से लड़ते हुए हमें वर्ल्ड कप दिलाया.  

युवराज सिंह का फ़ैन होना हमारा सौभाग्य है.