बीते दिनों Zomato ने अपने विज्ञापन की नई होर्डिंग्स दिल्ली-एनसीआर में अलग-अलग जगहों पर लगाई थीं. अब आप सोचेंगे कि हम आपको ये क्यों बता रहे हैं. इसका जवाब जानने से पहले आप इस विज्ञापन की एक फ़ोटो देखिये.

शायद ये पहली नज़र में आपको अजीब लगा हो, लेकिन इस विज्ञापन में लोगों का ध्यान आकर्षित करने के इस तरह से ग़ज़ब की रचनात्मकता दिखाई गई थी. लेकिन Zomato का ये विज्ञापन सोशल मीडिया पर इतना वायरल हो गया कि उस पर विवाद शुरु हो गया है. इसलिए कंपनी ने इसकी सभी होर्डिंग को हटा लिया.
आइये अब पूरा मामला जानते हैं कि हुआ क्या था? दरअसल, फ़ेमस ऑथर सुहेल सेठ ने इस एड की एक फ़ोटो को अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा, ‘इस विज्ञापन में कंपनी की तरफ से बेहद ही अभद्र और वाहियात भाषा का इस्तेमाल किया गया है.
Shame on you @ZomatoIN ! Absolutely shameful what you’ve attempted to do. Your investors should be sickened by your behaviour! @smritiirani : this is outrageous. @ascionline pic.twitter.com/pSChhHSrxo
— SUHEL SETH (@suhelseth) November 30, 2017
इतना ही नहीं इस पोस्ट में सुहेल सेठ ने सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल को भी टैग कर दिया. और शुरू हो गया घमासान, जिसके बाद कंपनी के को-फ़ाउंडर, पंकज चड्ढा ने इस विज्ञापन की सभी होर्डिंग्स को हटवा लिया और साथ ही विज्ञापन की लैंग्वेज के लिए मांफी भी मांगी.
दरअसल, इन होर्डिंग्स में बड़ा-बड़ा MC. और BC. लिखा था. लेकिन साथ ही MC के नीचे ‘Mac’ n Cheese?’ और BC के नीचे ‘Butter Chicken?’ लिखा हुआ था. मगर वो क्या है न कि हमारी सोसाइटी में MC और BC का तात्पर्य केवल एक सन्दर्भ (गाली के रूप में) निकाला जाता है. शायद ऐसा ही कुछ हुआ सुहेल सेठ के साथ.
लेकिन मेरा मानना है कि इस विज्ञापन में ऐसा कुछ नहीं था, जिससे किसी की भावनाएं आहत हो. ये तो विज्ञापन बनाने वाले की क्रिएटिविटी है कि लोग उसके एड को देखें और उनकी कंपनी की पॉपुलैरिटी बढ़े. इसमें ऐसा कुछ भी नहीं था, ये सिर्फ़ नज़रिये का फ़र्क है.
हालांकि कई लोगों ने इसकी तारीफ़ करते हुए कहा कि ये प्रचार करने का नया और क्रिएटिव तरीका है. इतना ही नहीं कुछ लोगों ने इन होर्डिंग्स को न हटवाने की अपील भी की.
आप लोगों का इस विज्ञापन पर क्या प्रतिक्रिया है कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताइयेगा.