हिंदुस्तान की कृषिप्रधान देश की छवि को बनाये रखने में रखने में हरियाणा का महत्वपूर्ण योगदान है. हरे-भरे खेतों वाला ये राज्य अपने दूध-दही वाले खाने के लिए भी के लिए पहचाना जाता है. हरियाणा में ऐसी कई खूबियां हैं, जो इसे कई मामलों में दूसरों से अलग बनाता है. इसके बावजूद हरियाणा का नाम आते ही एक ऐसे प्रदेश की छवि दिमाग में बनने लगती है, जहां अक्खड़ बोली बोलने वाले ऐसे लोग रहते हैं, जिन्हें न ही कपड़े पहनने का ढंग होता है, न बात करने का. इस मानसिकता को हम स्टीरियोटाइप कह कर बच सकते थे, पर हरियाणा में लड़कों के मुकाबले लड़कियों के लिंगानुपात का आंकड़ा इसे स्टीरियोटाइप नहीं रहने देता.
इतना सब होने के बावजूद हरियाणा दूसरे राज्यों से कई मामलों में आगे दिखाई देता है. आज हम आपको हरियाणा से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातें बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप भी कहेंगे सबसे ऐंडी म्हारा हरियाणा.
देशों में देश भारत, भारत में देश हरियाणा
हिंदुस्तान में 29 राज्य और 7 संघ प्रशासित क्षेत्र हैं. इसके बावजूद ओलंपिक में सबसे ज़्यादा मेडल लाने वाले खिलाड़ी हरियाणा से ही रहे हैं. इसके पीछे यहां के लोगों का खान-पान के साथ ही मेहनत करने का वो जज़्बा है, जो उन्हें हर मैदान में आगे रखता है. भारत सरकार भी स्पोर्ट्स के मामले में हरियाणा की महत्वता को अच्छे से समझती है. इसी वजह से उसने देश के सबसे बेस्ट स्पोर्ट्स कॉलेज (मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ़ स्पोर्ट्स, राई) को बनाने के लिए हरियाणा को ही चुना.
सरहद पर हरियाणवी
हिन्दुस्तान का इतिहास इस बात का साक्षी रहा है कि हरियाणा वीरों की भूमि रही है. अपने पूर्वजों के इस जज़्बे को आज भी हरियाणा के लोग खुद में संभाले हुए है. यही वजह है इंडियन आर्मी के चीफ़ से ले कर सीमा पर गश्त लगाता हर दूसरा जवान हरियाणा के किसी न किसी हिस्से से आता है. इस बात को अंग्रेज़ भी बखूबी समझते थे इसलिए उन्होंने अपनी सेना की एक टुकड़ी का नाम जाट रेजिमेंट रखा.
लड़कों के मुकाबले लड़कियों का लिंगानुपात कम होने के बावजूद वो किसी से पीछे नहीं
ये एक कड़वा सच है, जिससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता. 2011 की जनगणना के मुताबिक हरियाणा में 1000 लड़कों पर सिर्फ़ 879 लड़कियां हैं, पर इसके बावजूद अन्य राज्यों की तुलना में हरियाणा की लड़कियां सबसे आगे दिखाई देती हैं. चाहे फिर मामला पढ़ाई-लिखाई का हो या सपोर्ट्स का. कल्पना चावला के रूप में हरियाणा ने देश को पहली महिला अंतरिक्ष वैज्ञानिक दी थी, तो स्पोर्ट्स में साक्षी मालिक, फोगाट बहनें और हाल ही में WWE में जगह बनाने वाली कविता दलाल इसका जीता-जागता उदाहरण हैं.
हुस्न हरियाणे का करता फिरे कमाल
कॉलेज के दिनों में दोस्तों के साथ बैठे हुए अकसर कुछ दोस्त कहा करते थे कि ‘यार हरियाणा की लड़कियां होती तो ख़ूबसूरत हैं, पर उन्हें पहनने-ओढ़ने का सुहुर नहीं होता.’ ऐसा सिर्फ़ कॉलेज के उन दोस्तों का ही नहीं, बल्कि Metropolitan सिटी में रहने वाले ऐसे कई लोगों का मानना है, जिन्होंने हरियाणा को देखा ही नहीं. अब ऐसे लोगों को कौन बताये कि बॉलीवुड की सबसे सफ़ल अभिनेत्रियों में से जूही चावला के अलावा पूर्व मिस इंडिया सृष्टि राणा हरियाणा से ही हैं. हाल ही में सालों बाद भारत के लिए मिस वर्ल्ड का ख़िताब लाने वाली मानुषी छिल्लर भी हरियाणा के सोनीपत से ही हैं.
पहलवानी के अलावा भी कई स्पोर्ट्स में आगे हैं हरियाणा.
ये कतई गलत नहीं कि हरियाणा में पहलवानी को काफ़ी पसंद किया जाता है, पर ये भी सच नहीं कि इसी स्पोर्ट्स के बल पर हरियाणा खुद पर इतराता है. दरअसल हरियाणा में को लोगों को सिर्फ़ स्पोर्ट्स से मतलब फिर चाहे कोई भी खेल हो. बॉक्सिंग में देश के लिए पहला ओलंपिक मेडल लाने वाले बिजेंद्र सिंह और देश के लिए पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप लाने वाली टीम के कप्तान कपिल देव इसका जीता-जगाता उदाहरण हैं.