झारखंड के रामगढ़ ज़िले में भगवान शिव का एक ऐसा रहस्यमयी मंदिर है, जिसके बारे में जानने के बाद हर श्रद्धालु इस मंदिर में एक बार ज़रूर आना चाहेगा. यूं तो भगवान शिव को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन यहां आज भी भगवान का चमत्कार देखने को मिलता है.
मंदिर की विशेष बात यह है कि यहां वर्ष के 12 महीने और 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है. यह पूजा युगों से हो रही है. मान्यता के अनुसार, इस स्थान का वर्णन पुराणों में भी है. भक्तों की आस्था है कि इस मंदिर में मांगी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण हो जाती है.
गंगा-जल से होता है अभिषेक
कहते हैं जब इस मंदिर की जानकारी अंग्रेज़ों को हुई और उन्होंने यहां के चमत्कार को अपनी आंखों से देखा, तो वह भी हैरान हो गए थे. इस तरह की घटनाएं होने पर लोगों में भगवान के प्रति आस्था और मज़बूत हो गई है.
यहां शिवलिंग के ठीक ऊपर गंगा की प्रतिमा है, जिसकी हथेली से गुज़रते हुए आज भी गंगा-जल शिवलिंग पर गिरता है. यही वजह है कि ये रहस्यमय मंदिर, लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है. इस शिव मंदिर को ‘टूटी झरना’ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्रोत कहां है?
भक्तों का लगा रहता है तांता
लोग दूर-दूर से यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं और वर्ष भर मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है. शिवलिंग पर गिरने वाले जल को श्रद्धालु प्रसाद स्वरुप लेते हैं. कहते हैं कि इस जल को पीने से मन शांत होता है और कष्टों से लड़ने की शक्ति मिलती है.