Seema Haider and Sachin Love Story Updates : एक रिश्ता जो ऑनलाइन वॉर गेम PUBG से शुरू हुआ था, अब उसे रियल लाइफ़ के युद्धक्षेत्र यानि असल ज़िन्दगी में टेस्ट किया जा रहा है. ये कहानी है पाकिस्तान से आई सीमा गुलाम हैदर (Seema Haider) और ग्रेटर नोएडा के सचिन (Sachin) की, जिनको ऑनलाइन गेम PUBG खेलते वक़्त एक-दूसरे से प्यार हो जाता है. इसके बाद इनका इश्क़ परवान चढ़ने लगा और फिर सीमा अपने चार बच्चों के साथ नेपाल की सीमा के ज़रिए भारत आ गईं और सचिन के साथ रहने लगीं. इस मामले की भनक पुलिस को लगने पर दोनों की गिरफ़्तारी हुई. लेकिन पूरी जांच करने के हाल ही में हाई कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया.
पिछले कुछ समय से सीमा और सचिन की लव स्टोरी में बड़े अपडेट सामने आए हैं. आइए आपको विस्तार से इस पूरे मामले की जानकारी दे देते हैं. (Seema Haider and Sachin Love Story Updates)
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ऐसे शुरू हुई सीमा और सचिन की लव स्टोरी
दरअसल, सीमा और सचिन की प्रेम कहानी साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान शुरू हुई. इस दौरान दोनों अपना समय काटने के लिए पबजी गेम खेलते थे. ये गेम खेलते-खेलते कब सीमा और सचिन को एक-दूसरे से इश्क़ हो गया, उन्हें पता ही नहीं चला. पबजी से ही दोनों ने नंबर एक्सचेंज किए और एक-दूसरे से घंटों बात करने लगे. अब सीमा को सचिन के बिना एक पल भी नहीं गुज़र रहा था. सीमा ने सचिन से मिलने के लिए नेपाल का टूरिस्ट वीज़ा लिया और शारजाह के रास्ते काठमांडू पहुंची. दोनों 10 मार्च को नेपाल में मिले और क़रीब 7 दिन रुके. इसके बाद 13 मार्च को दोनों ने काठमांडू के पशुपति नाथ मंदिर में शादी की. शादी तो हुई, लेकिन सीमा भारत नहीं आ पाईं, क्योंकि चार बच्चे कराची में उसका इंतजार कर रहे थे.
सीमा ने कैसे तय किया भारत का रास्ता?
इसके बाद वो दोबारा पाकिस्तान चली गईं. उन्होंने दो महीने बाद बच्चों को लेकर पाकिस्तान छोड़ने का फ़ैसला किया. सीमा के मुताबिक, उनके पास ज़्यादा पैसे नहीं थे, उनके नाम पर एक घर था, जो उन्होंने 12 लाख रुपए में बेच दिया. उस पैसे से उन्होंने अपना और अपने बच्चों का नेपाल का वीज़ा लगवाया. इस बार सीमा का इरादा नेपाल के रास्ते भारत में दाखिल होने का था. वो 10 मई को अपने बच्चों के साथ पाकिस्तान से निकलीं और 11 मई को काठमांडू पहुंच गईं. फिर वहां से पोखरा गईं और रात भर वहीं रुकीं. उन्होंने ‘BBC’ से बातचीत में बताया, “12 की सुबह छह बजे मैंने बच्चों के साथ दिल्ली की बस पकड़ी. मैंने पति के तौर पर सचिन का नाम लिखवाया था.” हालांकि, नेपाल से दिल्ली जाने वाली बस में कड़ी चेकिंग होती है, लेकिन उन्होंने ये रास्ता आसानी से भेद दिया. उन्होंने ये भी बताया, “सचिन अपना पता सही से लिखवा रखा था. पूछताछ बहुत हुई, बैग चेक हुए. उन्होंने आई कार्ड के बारे में पूछा तो मैंने कहा कि गुम हो गया है. मेरे बच्चे बीमार हो गए थे, तीन दिन का सफ़र था. मेरी बड़ी बच्ची उल्टियां कर रही थी. मुझ पर चेकिंग करने वालों ने रहम किया.”
सचिन ने सीमा के साथ रहने के लिए लिया किराए का कमरा
सचिन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा के रहने वाले हैं. सीमा के आने से दो दिन पहले सचिन ने रबूपुरा के अंबेडकर मोहल्ले में गिरजेश से एक किराए के कमरे का इंतज़ाम करने के लिए संपर्क किया था. गिरजेश ने अपने ही मकान में 2500 रुपए प्रति महीने की दर से सचिन को कमरा किराए पर दे दिया. गिरजेश के मुताबिक, सचिन ने उन्हें अपनी कोर्ट मैरिज की बात बताई थी और अपनी पत्नी को यूपी के शिकारपुर का बताया था. सीमा के आने पर सचिन उसके चार बच्चों के साथ वहीँ रहता था. वो पास में परचून की दुकान पर छह हज़ार रुपए में काम करता था. आसपास के पड़ोसियों के मुताबिक, उन्हें कभी सीमा के धर्म पर शक़ नहीं हुआ, क्योंकि वो हिंदू धर्म के सभी रीति-रिवाज़ों को अपना कर उसी तरह रहती थीं. सचिन ने सीमा को कमरे पर लाने के चार-पांच दिन बाद सारी बात अपने पिता नेत्रपाल को बताई और एक जंगल में उनसे सीमा को मिलवाया था.
कैसे हुई सीमा और सचिन की गिरफ़्तारी?
सीमा के मुताबिक 30 जून को सचिन के पिता नेत्रपाल उनके कमरे पर आए और दोनों से कोर्ट मैरिज करने की बात कही. सीमा और सचिन इसके लिए अपने कागज़ात लेकर बुलंदशहर कोर्ट पहुंचे. यहां सीमा और उनके बच्चों का पासपोर्ट देखकर वकील ने कहा, “आप तो पाकिस्तान की रहने वाली हैं. आपकी शादी सचिन के साथ नहीं हो सकती.” इसके बाद वो, सचिन और उनके पिता वापिस रबूपुरा आ गए. इसी के बाद से सचिन और सीमा को इस बात की भनक पुलिस को लगने का डर हो गया और सीमा को उनके बच्चों के साथ रबूपुरा भेज दिया. जैसा उन्हें शक था वही हुआ. पुलिस पहले 1 जुलाई को सीमा और सचिन के किराए वाले कमरे पर आई, जहां उन्हें कुछ नहीं मिला. फिर उन्होंने चार जुलाई को हरियाणा के बल्लभगढ़ से सभी को सुबह के 1 बजे हिरासत में लिया. पुलिस ने सचिन मीणा, उनके पिता नेत्रपाल और सीमा ग़ुलाम हैदर के खिलाफ़ विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 14 और भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सात जुलाई को उत्तर प्रदेश के जेवर सिविल कोर्ट ने पिता समेत दोनों को राहत देते हुए जमानत दे दी है.
कहां की रहने वाली हैं सीमा?
सीमा पाकिस्तान के रिंद सिंध के खैरपुर जिले के रहने वाली हैं. सीमा के पति ग़ुलाम हैदर जकोबाबाद के रहने वाले हैं. सीमा हैदर के पास साल 2014 में रॉन्ग नंबर से कॉल आया था. इसी दौरान उनकी पहली बार बात ग़ुलाम हैदर से हुई थी. दोनों में बातचीत शुरू हुई और फिर उन्होंने मोहब्बत का इजहार किया. शादी में आने वाली मुश्किलों को देखते हुए सीमा ने अपना घर छोड़ दिया था. घर छोड़ने के बाद सीमा ने ग़ुलाम हैदर से कोर्ट में शादी कर ली. ये बात लोगों को पता चलने पर पंचायत बुलाई गई. पंचायत ने गुलाम पर जुर्माना लगाया और दोनों को साथ रहने की परमिशन दी. साल 2015 में सीमा अपने पति के साथ किराए के मकान में रहने लगीं.
पति गए दुबई तो बढ़ गई दूरियां
साल 2019 में उसका पति सऊदी अरब चला गया. सीमा ने कराची में ही घर खरीद लिया. लेकिन, उसका पति कभी घर नहीं आया. धीरे-धीरे समय बीतता चला गया और दोनों के बीच दूरियां भी बढ़ती चली गई. साल 2019 के बाद से ही दोनों के संबंधों में खटास पैदा हो गई. हालांकि, गुलाम अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगा रहा हैं कि उसकी पत्नी को भारत से वापस पाकिस्तान भेज दिया जाए.
सीमा ने पहले पति पर लगाए ये आरोप
सीमा का कहना है कि वो कभी पाकिस्तान वापिस नहीं जाना चाहती हैं और सचिन के साथ ही रहना चाहती हैं. साथ ही सीमा का कहना है कि वो पहले एक लड़के को पसंद करती थीं, लेकिन उससे शादी नहीं हो पाई. जिसके बाद घरवालों ने ग़ुलाम से ज़बरदस्ती उसकी शादी करा दी. वो पहले से ही शादीशुदा था और उसके दो बच्चे थे. कोर्ट मैरिज के दौरान उनसे जबरन पेपर साइन कराए गए थे. ग़ुलाम उसके साथ मारपीट करता था और उसके चेहरे पर मिर्च पाउडर तक फेंक देता था. वतन वापसी के सवाल पर सीमा गुस्सा हो जाती हैं. वे कहती हैं, “मैं मर जाऊंगी, खत्म हो जाऊंगी, गला काट दूंगी, जहर खा लूंगी, यहीं मर के दिखाऊंगी, वापस किसी सूरत में नहीं जाऊंगी. वहां मेरा कुछ नहीं है.” ऐसी ही बात सचिन मीणा भी करते हैं. वे कहते हैं, “मैंने सीमा से शादी की है. जब तक मैं नहीं मर जाऊंगा, तब तक इसे भारत से जाने नहीं दूंगा.”
फ़िलहाल, ज़मानत के बाद अब सचिन और सीमा साथ-साथ हैं. धर्मों और दो देशों के पार ये मुहब्बत कहां पहुंचती है, ये तो वक़्त ही बता सकता है.