(History Of India At Commonwealth Games)- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत अबतक 13 मेडल अपने नाम कर चुका है. जिसमें 5 गोल्ड, 5 सिल्वर और 4 ब्रोंज़ मेडल शामिल हैं. इस हिसाब से कुल मिलकर भारत अबतक कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में 503 मेडल अपने नाम कर चुका है. जिसमें 181 गोल्ड, 173 सिल्वर और 149 ब्रोंज़ मेडल शामिल हैं. 4 साल में होने वाले इस राष्ट्रमंडल खेल का इतिहास भी काफ़ी दिलचस्प है. जिसमे भारत देश का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है. चलिए इसी क्रम में आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से राष्ट्रमंडल खेल में भारत के इतिहास के बारे में बताएंगे.

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चलिए नज़र डालते हैं भारत के सुनहरे इतिहास पर (History Of India At Commonwealth Games)- 

भारत ने 1934 में कॉमनवेल्थ गेम्स में डेब्यू किया था.

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भारत का राष्ट्रमंडल खेल में इतिहास काफ़ी अच्छा रहा है. जिसमें 1930, 1950, 1962 और 1986 को छोड़कर भारत हर एडिशन का हिस्सा रहा है. साथ ही भारत कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा आज़ादी से पहले से लेता आ रहा है. 1930 के दौरान भारत में लोगों का स्पोर्ट्स के प्रति दिलचस्पी काफ़ी बढ़ने लगी थी. जिसमे सिर्फ़ पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. आज़ादी से पहले कॉमनवेल्थ गेम्स को ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता था.

पहले ही राष्ट्रमंडल खेल में भारत को हाथ लगा मेडल 

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1934 में कॉमनवेल्थ गेम्स इवेंट इंग्लैंड में हुआ था. जिसमे भारत ने डेब्यू किया था. उस दौरान भारतीय टीम में 6 खिलाड़ी शामिल थे. साथ ही अपने पहले राष्ट्रमंडल खेल में भारत अपना पहला मेडल हासिल करने में सफ़ल रहा. CWG 1934 में मेल केटेगरी में 74 Kg Wrestling यानि कुश्ती में पहलवान रशीद अनवर ब्रोंज़ मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बनें. हालांकि आज़ादी के बाद भारत ने पूर्ण रूप से स्पोर्ट्स में भाग लिया. लेकिन दूसरा मेडल जीतने के लिए भारत को 3 और कॉमनवेल्थ एडिशन का इंतज़ार करना पड़ा था.

मिल्खा सिंह कॉमनवेल्थ गेम्स में Gold Medal जीतने वाले पहले भारतीय बनें.

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1958 में कॉमनवेल्थ गेम्स Wales में आयोजित हुआ था. ये साल भारत के लिए सफल साल साबित हुआ. इस साल भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में सबसे पहले गोल्ड मेडल मिला. जिसे जीताने वाले भारत के महान धावक मिल्खा सिंह थे. उन्होंने कार्डिफ़ 1958 में पुरुषों की 440 यार्ड इवेंट में पहला स्थान हासिल किया था. उसी वर्ष 100Kg फ़्रीस्टाइल कैटेगरी में पहलवान लीला राम ने भी गोल्ड मेडल जीता था. उसी दौरान CWG में महिलाओं की भागीदारी भी काफ़ी अहम रही थी.


जहां स्टेफ़नी डिसूज़ा और एलिज़ाबेथ डेवनपोर्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में मुकाबला करने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनीं थीं. (History Of India At Commonwealth Games)

2010 में CWG में भारत ने जीते कई पदक 

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भारत के लिए 2010 वर्ष 1958 की तरह साबित हुआ. 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन भारत में हुआ था. शायद यही वजह थी कि, उस वर्ष भारत ने 101 मेडल जीते. 39 गोल्ड मेडल, 26 सिल्वर और 36 ब्रोंज़ मेडल के साथ लीडरबोर्ड पर भारत दूसरे स्थान पर रहा. जिसमे सबसे अहम भूमिका निशानेबाज़ों ने निभाई.

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत का प्रदर्शन काफ़ी अच्छा चल रहा है.

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भारत का कॉमनवेल्थ गेम्स में इतिहास काफ़ी दिलचस्प रहा है. इससे ये भी पता चलता है कि, भारत में स्पोर्ट्स अभी नहीं बल्कि बीते कई सालों से अहम हिस्सा निभाता आया है. फ़िलहाल चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 28 जुलाई को शुरू हुआ था. जिसमें अब तक भारत कुल 14 मेडल अपने नाम कर चुका है.


जिसमें संकेत सारगर ने सबसे पहला मेडल जीता. साथ ही मीराबाई चानू CWG 2022 की पहली महिला बनीं, जिन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया और जेरेमी लालरिनुंगा बर्मिंघम में शीर्ष पोडियम हासिल करने वाले पहले भारतीय थे. Upcoming Schedule में भारत के और भी मेडल जीतने की आशा है. (History Of India At Commonwealth Games)