IND vs WI: भारतीय क्रिकेट टीम इन दिनों वेस्ट इंडीज़ दौरे पर है. भारत और वेस्ट इंडीज़ के बीच आज से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ हो चुका है. डोमिनिका में खेले जा रहा ये टेस्ट मैच भारत के लिए कई मायनों में बेहद ख़ास होने जा रहा है. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ‘वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप’ के बाद विदेशी धरती पर पहली बार बतौर कप्तान उतरेंगे. वहीं विराट कोहली (Virat Kohli) और रविचंद्रन अश्विन (R. Ashwin) के पास कई बड़े रिकॉर्ड्स तोड़ने का मौक़ा होगा.
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पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) आज वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ अपना 110वां टेस्ट मैच में उतरे हैं. विराट के लिए ये मैच बेहद ख़ास है. ख़ास इसलिए क्योंकि वो आज एक ऐसा अनोखा रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं जिसे वर्ल्ड क्रिकेट में कम ही क्रिकेटर बना पाते हैं. विराट से पहले ये रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था. ये सबसे ज़्यादा शतकों का रिकॉर्ड तो कतई नहीं है.
दरअसल, विराट कोहली ने 12 साल पहले जिस वेस्ट इंडीज़ की टीम के ख़िलाफ़ अपना टेस्ट डेव्यू किया था. आज वेस्ट इंडीज़ की वर्तमान टीम में उस टीम का कोई भी खिलाड़ी नहीं है. लेकिन वेस्ट इंडीज़ की उस टीम का एक धाकड़ खिलाड़ी वर्तमान टीम में अपना अस्तित्व छोड़ गया है. ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि शिव नारायण चंद्रपॉल हैं और उनका अस्तित्व टैगेनारिन चंद्रपॉल हैं.
शिव नारायण चंद्रपॉल (Shivnarine Chanderpaul) वेस्ट इंडीज़ के सबसे बेहतरीन टेस्ट प्लेयर्स में से एक थे. उन्होंने साल 2015 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. अब चंद्रपॉल की विरासत उनके बेटे टैगेनारिन चंद्रपॉल (Tagenarine Chanderpaul) आगे बढ़ा रहे हैं. पिता की तरह ही वो भी एक क्रिकेटर हैं और वेस्ट इंडीज़ के लिए अब तक 6 टेस्ट मैच खेल चुके हैं.
पहले पिता और अब बेटे के ख़िलाफ़ खेलेंगे विराट
विराट कोहली ने 20 जून, 2011 को वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ भारत के 269वें टेस्ट खिलाड़ी के तौर पर टीम इंडिया में डेब्यू किया था. शिव नारायण चंद्रपॉल उस वेस्ट इंडीज़ की टीम का हिस्सा थे. विराट आज 12 साल बाद वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ अपना 110वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं और उनके सामने वेस्ट इंडीज़ की टीम में शिव नारायण चंद्रपॉल के बेटे टैगेनारिन चंद्रपॉल हैं. ये भी अपने आप में एक संयोग है.
विराट कोहली अब सचिन तेंदुलकर के साथ इस अनोखे रिकॉर्ड की सूची में शामिल हो गए हैं. विराट से पहले सचिन ने ये उपलब्धि तब हासिल की थी जब उन्होंने साल 1992 में ऑस्ट्रेलिया में ज्योफ़ मार्श का सामना किया था. इसके बाद साल 2011/12 में उनके बेटे शॉन मार्श का सामना किया. हालांकि, सचिन ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ अपना डेब्यू नहीं किया था.
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