MS Dhoni Aunt Madhavi Dhauni: महेंद्र सिंह धोनी ने क्रिकेट से जिस तरह की मशहूरियत हासिल की है, वैसी किसी भी क्रिकेटर को नसीब नहीं हुई है. धोनी को सिर्फ़ शोहरत ही नहीं, दौलत भी बेइंतिहा मिली है. माही आज क़रीब 1040 करोड़ रुपये से ज़्यादा के मालिक हैं. वो रांची के अपने फ़ॉर्महाउस में आलीशान ज़िंदगी गुज़ारते हैं. जबकि, उनके रिश्तेदार आज भी उत्तराखंड के एक दूरदराज के गांव में रहते हैं.
MS Dhoni Village Name: उनकी एक ऐसी ही क़रीबी रिश्तेदार उनकी आंटी यानी पिता की बहन हैं. उनके दूर के रिश्तेदारों में से एक उनकी आंटी माधवी धौनी अभी भी अल्मोड़ा जिले के एक छोटे से गांव में रहती हैं.
एमएस धोनी की आंटी माधवी धौनी ल्वाली गांव (Lwali village) में एक साधारण लाइफ़ गुज़ारती हैं. इस गांव में धोनी के कई रिश्तेदार रहते हैं. ये गांव हलद्वानी से 100 किमी दूर हैं गांव में क़रीब 35 घर हैं. पूरा गांव नाशपाती, आड़ू और संतरे के छोटे-छोटे बगीचों से घिरा हुआ है.
दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेटरों में से एक होने के बावजूद धोनी की आंटी माधवी और उनका परिवार बेहद कठिन परिस्थियों में जीवन गुज़ारता है. माधवी धौनी रोज़ाना अपनी पीठ पर 30 किलोग्राम LPG सिलेंडर लेकर एक कठिन पहाड़ी रास्तों पर 4 किमी से ज़्यादा चलती हैं.
बता दें, ल्वाली गांव धौनी समुदाय से भरा हुआ है, जो राजपूत वंश का है. उपनाम में अंतर के बारे में पूछे जाने पर, एमएस धोनी के दूर के परिवार के सदस्य ने बताया कि मूल नाम ‘धौनी’ है. मगर जब धोनी के पिता पान सिंह धोनी क्लास 10वीं में थे, तब उनाक सर्टिफ़िकेट पर धौनी की जगह धोनी लिख गया. उसके बाद वो सरनेम कभी सही ही नहींं कराया गया.
पिता पान सिंह धोनी ने 1970 के दशक में नौकरी की तलाश में अपना पैतृक गांव छोड़ दिया था और फिर रांची में बस गए थे. हालांकि, वो अभी भी अपनी जड़ों से संबंध बनाए रखते हुए और अपनी बहन माधवी धौनी से मिलने जाते हैं.
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