Olympic Games Tokyo 2020: भारत के जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने ‘टोक्यो ओलंपिक’ में ‘गोल्ड मेडल’ जीतकर रचा इतिहास. इस दौरान नीरज ने दुनिया के सभी एथलीट को पछाड़ते हुए सर्वाधिक 87.58 मीटर का भाला फ़ेंका. नीरज ओलंपिक में व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के दूसरे एथलीट बन गए हैं. नीरज चोपड़ा से पहले भारतीय शूटर अभिनव बिंद्रा ने साल 2008 ‘बीजिंग ओलंपिक’ के दौरान ‘गोल्ड मेडल’ जीता था.

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नीरज चोपड़ा ने आज अपने पहले अटेम्प्ट में 87.03 मीटर और दूसरे अटेम्प्ट में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड अपने नाम किया. तीसरे अटेम्प्ट में उन्होंने 76.79 मीटर, चौथे और 5वें में फ़ाउल और छठे अटैम्प्ट में फ़ाउल थ्रो किया. इससे पहले नीरज क्वालिफ़ाइंग राउंड में 86.65 मीटर भाला फ़ेंककर अपने ग्रुप में पहले नंबर पर रहे थे.

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23 वर्षीय नीरज ने 87.58 मीटर लंबा भाला फेंककर ‘गोल्ड मेडल’ अपने नाम किया. चेक रिपब्लिक के जाकुब वेदलेच ने 86.67 मीटर भाला फ़ेंककर ‘सिल्वर मेडल’, जबकि चेक रिपब्लिक के ही वितेस्लाव वेसेली ने 85.44 मीटर भाला फ़ेंककर ‘ब्रोंज़ मेडल’ अपने नाम किया.

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नीरज के नाम दर्ज़ हैं ये रिकॉर्ड  

हरियाणा के पानीपत निवासी नीरज भारत के नंबर वन जेवलिन थ्रोअर हैं. नेशनल रिकॉर्डधारी नीरज 88.07 मीटर लंबा भाला फेंककर अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं. नीरज ने साल 2018 ‘एशियन गेम्स’ और साल 2018 ‘कॉमनवेल्थ गेम्स’ में 88.06 मीटर भाला फ़ेंककर ‘गोल्ड मेडल’ जीता था. नीरज इससे पहले साल 2016 में ‘वर्ल्ड U20 चैंपियन’ भी रह चुके हैं. इस दौरान उन्होंने 86.48 मीटर भाला फ़ेंककर ‘वर्ल्ड U20’ का रिकॉर्ड बनाया था. वो अंडर-20 में ‘ट्रैक एंड फ़ील्ड’ में विश्व खिताब जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट भी हैं.

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नीरज अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए कुल 7 मेडल जीत चुके हैं. इनमें 6 गोल्ड मेडल शामिल हैं. 

1- टोक्यो ओलंपिक (2020) – गोल्ड मेडल 

2- एशियन गेम्स (2018) – गोल्ड मेडल 

3- कॉमनवेल्थ गेम्स (2018) – गोल्ड मेडल 

4- एशियन चैंपियनशिप – गोल्ड मेडल 

5- साउथ एशियन गेम्स – गोल्ड मेडल 

6- वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप – गोल्ड मेडल 

7- एशियन जूनियर चैंपियनशिप – सिल्वर मेडल 

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चोट के बावजूद ‘टोक्यो ओलंपिक’ के लिए किया क्वालीफ़ाई 

नीरज ने कोहनी में चोट के बावजूद इस साल 87.86 मीटर लंबा भाला फ़ेंककर ‘टोक्यो ओलंपिक’ के लिए क्वालीफ़ाई किया था. इसके बाद वो 86.65 मीटर के थ्रो के साथ क्वालीफ़िकेशन राउंड में क्वालीफ़ाई कर ‘टोक्यो ओलंपिक’ के फ़ाइनल में पहुंचे. साल 2020 में नीरज ने अपनी सेविंग से ‘PM Cares Fund’ में 2 लाख रुपये भी डोनेट किये थे.

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13 साल बाद भारत को गोल्ड 

ओलंपिक गेम्स में 13 साल बाद भारत को किसी इवेंट में ‘गोल्ड मेडल’ मिला है. इससे पहले साल 2008 में ‘बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाज़ अभिनव बिंद्रा ने ‘गोल्ड जीता’ था. बिंद्रा ने 10 मीटर एयर राइफ़ल इवेंट का गोल्ड अपने नाम किया था. ये ओलंपिक में भारत का अब तक का 10वां गोल्ड मेडल है. भारत ने इससे पहले हॉकी में 8 और शूटिंग में 1 गोल्ड मेडल जीता था. इस तरह ये भारत का सिर्फ़ दूसरा व्यक्तिगत गोल्ड मेडल भी है.

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भारत का अब तक सबसे सफ़ल ओलंपिक 

‘टोक्यो ओलंपिक’ भारत का अब तक सबसे सफ़ल ओलंपिक बन गया है. भारत ने अब तक 7 मेडल जीत लिए हैं. इससे पहले ‘लंदन ओलंपिक’ में भारत ने 6 मेडल जीते थे. नीरज के गोल्ड मेडल के अलावा मीराबाई चानू वेटलिफ़्टिंग में सिल्वर मेडल, पीवी सिंधु बैडमिंटन में ब्रोंज़ मेडल, लवलिना बोरगोहेन बॉक्सिंग में ब्रोंज़ मेडल, भारतीय पुरुष हॉकी टीम ब्रोंज़ मेडल और कुश्ती में रवि दहिया सिल्वर मेडल व बजरंग पूनिया ब्रोंज़ मेडल जीत चुके हैं.

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