PT Usha Success Story: वो कहावत तो अपने सुनी ही होगी कि ‘कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, बस दिल में सपने साकार करने की ज़िद्द होनी चाहिए’. ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी भारत की पहली महिला एथलीट पीटी उषा (Pilavullakandi Thekkeraparambil Usha) की भी है, जिन्होंने 70 से लेकर 90 के दशक तक भारत के लिए कई उपलब्धियां हासिल कीं. देश आज भी उन्हें उनकी कई बड़ी उपलब्धियों के लिए याद करता है.

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पीटी उषा भारत की वो पहली महिला एथलीट हैं, जिन्होंने पहली बार ओलंपिक फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया था. पेयोली एक्सप्रेस (Payyoli Express) के नाम से मशहूर भारत की सबसे सफ़ल ‘ट्रैक एंड फ़ील्ड’ एथलीट पीटी उषा का नाम भारतीय खेल जगत की बड़ी हस्तियों में शुमार होता है. उन्होंने देश के लिए ‘एशियन गेम्स’ और ‘एशियन चैंपियनशिप’ में 13 गोल्ड मेडल सहित कुल 33 इंटरनेशनल मेडल जीते हैं.

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दरअसल, भारतीय ‘ट्रैक एंड फ़ील्ड’ के इतिहास में पुरुष वर्ग में जो उपलब्धियां मिल्खा सिंह ने हासिल की थीं, वहीं उपलब्धियां महिला वर्ग में पीटी उषा ने भी हासिल की हैं. केरल के कोजिकोड ज़िले के पय्योली गांव में जन्मी पीटी उषा भारतीय खेल इतिहास की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं. इसीलिए उन्हें भारतीय खेल जगत में Payyoli Express और Queen of Indian Track And Field के नाम से भी जाना जाता है.

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250 रुपये ने बदल दी क़िस्मत

पीटी उषा (PT Usha) पहली बार लाइमलाइट में 12 साल की उम्र में आई थीं, जब उन्हें स्कॉलरशिप के तौर पर 250 रुपये मिले थे. इन 250 रुपयों ने पीटी उषा की ज़िंदगी बदलकर रख दी थी. इन्हीं पैसों ने उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ खेल में करियर बनाने का मौका भी दिया था. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया.

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पीटी उषा (PT Usha) का जन्म 27 जून, 1964 को केरल के कुठाली के एक बेहद ग़रीब परिवार में हुआ था. उन्होंने एथलीट बनने तक के सफर में कई मुश्किलों का सामना किया. उन्होंने साल 1980 के मॉस्को ओलंपिक में जब हिस्सा लिया तो, वो देश की पहली और सबसे युवा महिला एथलीट बनी थीं. उस समय वो केवल 26 साल की थीं.

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पीटी उषा (PT Usha) ने पहली बार इंटरनेशनल लेवल पर साल 1981 में ‘एशियन ट्रैक एंड फ़ील्ड चैंपियनशिप’ में 400 मीटर की दौड़ में ‘गोल्ड मेडल’ अपने नाम किया था. इसके बाद 1982 के ‘एशियन गेम्स’ में उन्होंने 100 और 200 मीटर की रेस में ‘सिल्वर मेडल’ हासिल किया. पीटी उषा भारत की पहली ऐसी महिला एथलीट हैं, जिन्होंने ओलंपिक ट्रैक इवेंट के फ़ाइनल में जगह बनाई थी.

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पीटी उषा की दौड़ का वीडियो

पीटी उषा का सन 1984 में लॉस एंजेलेस ओलंपिक में महिलाओं की 400 मीटर की दौड़ का एक वीडियो आज भी सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल होता है. वीडियो में रेस की शुरुआत से ही पीटी उषा को ज़बरदस्त तरीके से फ़र्राटा भरता देख भारतीय फैंस के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. लेकिन अंत में उन्हें चौथे स्थान पर देख हर किसी का दिल टूट जाता है.

पीटी उषा ने 1984 के लॉस एंजेलेस ओलंपिक में भले ही चौथा स्थान हासिल किया हो, लेकिन साल 1986 के सिओल एशियन गेम्स के दौरान उन्होंने 4 गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. दौरान पीटी उषा ने ये मेडल 200 मीटर, 400 मीटर और 1600 मीटर की रेस में हासिल किए थे. वहीं, 100 मीटर की रेस में वो दूसरे स्थान पर रही थीं.

पीटी उषा (Pilavullakandi Thekkeparambil Usha) को साल 1983 में अर्जुन अवॉर्ड और साल 1985 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

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