दिवाली के मौक़े पर दिल्लीवालों को सिग्नेचर ब्रिज के रूप में मिला है एक बेहद ख़ूबसूरत तोहफ़ा. दिल्ली सरकार द्वारा उत्तर दिल्ली में यमुना नदी पर बने इस सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन हो चुका है. इस प्रोजेक्ट ने काफ़ी डेडलाइन्स मिस करीं. आख़िरकार पूरे 14 वर्ष बाद, अब देश की राजधानी की शान बढ़ाने के लिए सिग्नेचर ब्रिज का इंतज़ार हुआ ख़त्म.

1) ये ब्रिज 154 मीटर ऊंचा है

2) 154 मीटर की ऊंचाई पर बने एक ग्लास व्यूइंग डेक से पर्यटकों को मिलेगा दिल्ली का ख़ूबसूरत नज़ारा

3) एक वक़्त में 50 लोगों की क्षमता वाले व्यूइंग डेक तक लोग 4 एलिवेटर्स की मदद से ऊपर जाएंगे

4) ये ब्रिज भारत का पहला Asymmetrical Cable-Stayed Bridge है

5) अपने ख़ास पलों को क़ैद करने के लिए इस 574 मीटर लंबे ब्रिज पर पर्यटकों के लिए सेल्फ़ी स्पॉट्स भी हैं

6) ब्रिज की घोषणा 2004 में ही हो गयी थी लेकिन 2011 के बाद कई डेडलाइन्स मिस हुईं

7) ये ब्रिज नॉर्थ और नॉर्थईस्ट दिल्ली के बीच यात्रा का समय कम करेगा और इसे एक पर्यटन स्थल में विकसित किया जाएगा

8) सिग्नेचर ब्रिज दिल्ली के लिए एक नया लैंडमार्क है

9) इस ब्रिज पर 1594 करोड़ रुपये का ख़र्च आया है

10) सिग्नेचर ब्रिज, वज़ीराबाद पुल पर यातायात को कम करेगा

11) सिग्नेचर ब्रिज दिल्ली सरकार की सबसे महंगी परियोजनाओं में से एक है

12) सिग्नेचर ब्रिज जल्द ही एक पर्यटक और सेल्फ़ी स्पॉट बन जाएगा