Who Is Ajay Fauji: टमाटर के दाम इन दिनों आसमान छू रहे हैं. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोग टमाटर पर ही चर्चा कर रहे हैं. इसी बीच वाराणसी से एक ऐसा अनोखा वीडियो सामने आया, जिसमें सबको दंग कर दिया. यहां एक शख़्स ने टमाटरों की सिक्योरिटी के लिए बाउंंसर रख लिया. (Bouncer For Tomatoes Security In Varanasi UP)
टमाटर के भाव पहले से ही बढ़े थे, और वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक दांव भी बढ़ने लगे. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए टमाटरों को ज़ेड प्लस सिक्योरिटी देने की मांग कर डाली.
मामला ज़्यादा बढ़ता देख वाराणसी पुलिस हरकत में आई और दुकान मालिक, उसके बेटे को गिरफ़्तार कर लिया. पूछताछ में सामने आया कि इसके पीछे सपा नेता अजय यादव उर्फ़ अजय फ़ौजी का हाथ है. पुलिस मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी. इसके बाद अजय फ़ौजी ख़ूब चर्चा में हैं. हालांकि, ये पहली बार नहीं है, जब वो सुर्खियां बटोर रहे हों.
तो चलिए जानते हैं कि आख़िर ये अजय फ़ौजी कौन हैं, और पहले कब-कब चर्चा में रहे हैं.
कौन है अजय फ़ौजी?
अजय यादव उर्फ़ अजय फ़ौजी समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश फौजी का बेटा है. अजय ख़ुद भी सपा से जुड़ा हुआ है. वाराणसी के लंका इलाके में वो किराना स्टोर चलाता है. उसका कहना है टमाटर की कीमतों पर मोलभाव करते समय खरीदारों को आक्रामक होने से रोकने के लिए दो बाउंसरों को तैनात किया था. हालांकि, फ़ौजी की दुकान पर बीते 9 साल में वस्तुओं की बढ़ती कीमतों का उल्लेख करते हुए तख्ती भी लगी थी. जिसका संदर्भ केंद्र की मोदी सरकार के नेतृत्व वाला समय था.
पीएम मोदी को दिखाया काला झंडा
अजय फ़ौजी टमाटर विवाद से पहले भी सुर्खियों में रहा है. अजय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने के मामले में भी हिरासत में लिया जा चुका है. दरअसल, साल 2020 में पीएम मोदी वाराणसी एक कार्यक्रम में गए थे. यहां उनका काफिला बीएचयू हेलिपेड की ओर जा रहा था. उसी वक़्त अचानक काफिले के आगे अजय फ़ौजी ने आकर काला झंडा दिखाना शुरू कर दिया.
सड़क पर काले झंडे के साथ अचानक आ जाने से एसपीजी भी चौकन्ना हो गई. इस दौरान सुरक्षा को लेकर एसपीजी के सुरक्षा अधिकारी वाहनों से उतर आए थे. अजय को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. हिरासत में लिये जाने के बाद उसने कहा था कि प्रदेश में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी से परेशान होकर उसने प्रधानमंत्री के काफिले को काला झंडा दिखाया.
2017 में भी कर चुका है कांड
साल 2017 में भी अजय फ़ौजी ने कांड किया था. प्रधानमंत्री जिस पुल का लोकार्पण करने वाले थे, उसका फ़ीता अजय ने काट कर उद्घाटन कर दिया था. दरअसल, वाराणसी में रामनगर-सामनेघाट पुल का उद्घाटन होना था. पीएम मोदी आने वाले थे. मगर अजय यादव ने पुल पर नारियल फोड़ने के बाद फीता काटा और आसपास के लोगों को बुलाकर इसके उद्घाटन की घोषणा कर दी.
उस समय अजय फौजी द्वारा आरोप लगाया गया था कि पुल को समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा बनवाया गया था. ऐसे में उसका कहना था कि जब सपा सरकार में पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ तो समाजवादी पार्टी के द्वारा ही इसका उद्घाटन किया जाएगा. हालांकि, उसकी इस हरकत से ख़ुद समाजवादी पार्टी के नेताओं ने किनारा कर लिया था.
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