कहते हैं कि मां की नज़र से कुछ भी नहीं छिप सकता. लेकिन क्या हम वो देख सकते हैं, जो हमारी मां की आंखे देख लेती हैं. कोशिश भी करें, तो जवाब ना में ही मिलेगा. पर कुछ ऐसी चीज़े हैं, जिन्हें हमने मां की आंखों से देखने की कोशिश की है. अगर आपको भी लगता है कि आप और आपकी मां का दुनिया देखने का नज़रिया अलग है, तो आप भी हमारी इस कोशिश से सहमत ज़रूर होंगे.
क्या ख़्याल है आपका. जल्दी से अपनी मां के साथ इस पोस्ट को शेयर करें, ताकि उन्हें भी तो पता चले कि आप और आपकी मां के नज़रिए में कितना अंतर है.