Brave Women From The Indian Armed Forces: भारतीय सशस्त्र बलों का हिस्सा बनने के लिए एक अलग ही प्रकार के धैर्य, दृढ़ संकल्प और आत्म-बलिदान की आवश्यकता होती है. शारीरिक रूप से थका देने वाला कठोर प्रशिक्षण होता है. उसे पास करने के बाद ही देश पर मर मिटने वाले जवान तैयार होते हैं.
लेकिन इस फ़ील्ड में भी महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित कर रही हैं. चलिए जानते हैं ऐसी महिलाओं के बारे में जिन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल हो इतिहास रचा.
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1. पुनीता अरोड़ा (Punita Arora)
जनरल पुनीता अरोड़ा भारतीय सशस्त्र बलों में लेफ्टिनेंट जनरल का पद संभालने वाली पहली भारतीय महिला और भारतीय नौसेना की पहली महिला वाइस एडमिरल हैं.अपनी 37 वर्षों की सेवा में उन्होंने 15 पदक भी प्राप्त किए.
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2. पद्मावती बंदोपाध्याय (Padmavathy Bandopadhyay)
पद्मावती बंदोपाध्याय डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज से बाहर आने वाली पहली महिला अधिकारी बन इतिहास रचा. वो भारतीय वायु सेना की पहली महिला एयर मार्शल हैं. इसके साथ ही वो 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान अपनी असाधारण सेवा के लिए विशिष्ट सेवा पदक की प्राप्तकर्ता भी हैं.
3. हरिता कौर देओल (Harita Kaur Deol)
हरिता सिर्फ़ 22 साल की थीं, जब वो बिना को-पायलट के उड़ान भरने वाली भारतीय वायु सेना की पहली महिला बनीं. उन्होंने 10,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरी और इतिहास रच दिया था.
4. दिव्या अजीत कुमार (Divya Ajith Kumar)
दिव्या प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ प्राप्त करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला हैं. 25 साल की उम्र में इन्होंने 2015 के गणतंत्र दिवस परेड 154 अधिकारियों की सभी महिला टुकड़ी का नेतृत्व किया था. उस दौरान तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मुख्य अतिथि थे.
5. मिताली मधुमिता (Mitali Madhumita)
मिताली प्रतिष्ठित सेना पदक प्राप्त करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं. इन्होंने 2010 में काबुल दूतावास पर हुए हमले में कई घायल नागरिकों और सेना के जवानों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाली थी.
6. प्रिया झिंगन (Priya Jhingan)
1992 में भारतीय सेना में शामिल होने वाली पहली कैडेट हैं प्रिया. भारतीय सेना ने भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना की तुलना में बहुत बाद में महिलाओं की भर्ती शुरू की थी. उन्होंने ही महिलाओं को सेना में भर्ती करने की अनुमति देने के बारे में चीफ ऑफ स्टाफ, जनरल सुनीथ फ्रांसिस रोड्रिग्स को पत्र लिखा था.
7. गुंजन सक्सेना और श्रीविद्या राजन (Gunjan Saxena and Srividya Rajan)
फ्लाइट ऑफिसर गुंजन सक्सेना और फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीविद्या कारगिल युद्ध के दौरान युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली पहली महिला पायलट बनीं. उन्होंने अपने चीता हेलीकॉप्टरों की मदद से युद्ध क्षेत्र से घायल सैनिकों को सुरक्षित निकालने का काम किया था.
9. सोफिया कुरैशी (Sophia Qureshi)
सोफिया अंतर्राष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में 40 सदस्यीय सेना दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. ये संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, रूस और चीन के साथ सैन्य अभ्यास करने वाली एकमात्र महिला कमांडर हैं.
10. गणेवे लालजी (Ganeve Lalji)
ये भारतीय सेना में Aide-de-camp के रूप में नियुक्त होने वाली पहली महिला हैं. ये पद उन अधिकारियों को दिया जाता है, जिन्होंने कई चुनौतियों और कठिनाइयों का सामना कर अपनी क्षमता साबित की होती है.
12. दीपिका मिश्रा (Deepika Misra)
दीपिका हेलीकॉप्टर एरोबेटिक टीम सारंग के लिए प्रशिक्षित होने वाली पहली IAF महिला पायलट हैं. ये दुनिया की चार हेलीकॉप्टर सैन्य प्रदर्शन टीम में से एक.
13. शांति तिग्गा (Shanti Tigga)
शांति जब भारतीय सेना में शामिल होने वाली पहली जवान बनी तब वो 35 वर्ष की थी और उनके दो बच्चे थे. इन्होंने अपने सभी पुरुष सह-कैडेट्स को शारीरिक फिटनेस परीक्षणों में हरा दिया था.
14. निवेदिता चौधरी (Nivedita Choudhary)
निवेदिता माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली भारतीय वायु सेना की पहली महिला अधिकारी हैं.
15. अवनी चतुर्वेदी (Avani Chaturvedi)
अवनी चतुर्वेदी अकेले सुपरसोनिक फ़ाइटर जेट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी हैं
16. आईएनएसवी तारिणी की पूरी महिला चालक दल (All-women crew of the INSV Tarini)
भारतीय नौसेना की 6 बहादुर महिलाएं दुनिया का सफलतापूर्वक परिभ्रमण करने वाली पहली महिला भारतीय दल बनीं. लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी ने ‘नाविका सागर परिक्रमा’ अभियान का नेतृत्व किया था. चालक दल के अन्य सदस्यों में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, स्वाति पी., लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोद्दापति, एस. विजया देवी और पायल गुप्ता शामिल थीं.
हमें इन बहादुर महिलाओं पर गर्व है.