कहते हैं कि एक तस्वीर अपने आप में हज़ारों शब्द कहती है. जब भी हम कोई पुरानी तस्वीर देखते हैं, तो हमको ऐसा लगता है मानो हम उस अतीत में पहुंच गए हैं. ठीक ऐसे ही होता है इतिहास से जुड़ी फ़ोटोज़ देखने के बाद. जब भी हम इतिहास के पन्नों को पलटते हैं और उससे जुड़े हुई कहानियों और फैक्ट्स को पढ़ते हैं, तो हमारी आंखों के सामने उस समय की एक धुंधली छवि बनने लगती है और उनके पीछे की कहानी उन फ़ोटोज़ के माध्यम से खुद-ब-खुद बयां हो जाती है.
आज हम कुछ ऐसी ही फ़ोटोज़ को लेकर आये हैं, जो दुर्लभ, अद्भुत, अकल्पनीय और अविश्वसनीय हैं और जिनको दुनिया की सबसे ज़्यादा शॉकिंग फ़ोटोज़ के रूप में देखा जा रहा है.
1. जब दुनिया में फैला था स्पेनिश फ्लू
1918 में फैले स्पेनिश फ्लू ने पूरी दुनिया के लगभग 10 करोड़ लोगों की जान ले ली थी. वैसे तो ये फ़ोटो नॉर्मल लग रही है, लेकिन इसमें साफ़ दिख रहा है कि उस समय लोग अपनी रूटीन लाइफ़ डर में जीते थे.
2. अटलांटिक दास व्यापार मेला (The Atlantic Slave Trade)
11 जनवरी, 1868 की इस फ़ोटो में दिख रहे बच्चों को अटलांटिक दास व्यापार मेले से आज़ाद कराया गया था.
3. बच्चे को तारों के जाल से पार निकालता हुआ एक जर्मन सैनिक
ये जर्मन सिपाही जानता था कि उसे इस बच्चे को बर्लिन वॉल क्रॉस नहीं करने देनी चाहिए, लेकिन वो बच्चा अपने माता-पिता से बिछड़ गया था, इसलिए इस सिपाही ने सबकी नज़रों से छुपते हुए तारों को बीच में से फैलाकर बच्चे को दूसरी साइड भेज दिया.
4. विलियम सॉन्डर्स की फ़ोटोग्राफ़्स
एक ब्रिटिश फ़ोटोग्राफ़र चीन गया और वहां जाकर उसने एक आदमी का सिर कलम करते हुए एक फ़ोटो खींची थी, लेकिन इस फ़ोटो की सच्चाई ये थी कि ये दृश्य असली नहीं, बल्कि नकली था.
5. भूख से मरती हुई मंगोलियन महिला
ये फ़ोटो 1913 में नेशनल जियोग्राफिक में Stefan Passe द्वारा पब्लिश की गई थी. उस समय मंगोलिया आज़ाद हुआ था और उस समय सभी अपराधियों के लिए एक ही सज़ा का प्रावधान था कि उनको सार्वजनिक स्थान पर बॉक्स में रखा जाता था. इसलिए इस फ़ोटो में दिख रही ये महिला भूख के कारण नहीं, बल्कि सज़ा के लिए बॉक्स में बंद थी.
6. The Holodomor
यूक्रेन में हुआ ये अकाल यूक्रेनी इतिहास में सबसे खराब अकालों में से एक था. ये इंसानों द्वारा आयोजित किया गया एक इवेंट था, जिसे लाखों लोगों का नरसंहार के रूप में जाना जाता है. इस दौरान लोग लाश को सड़क पर रखकर राहगीरों को बेवक़ूफ़ बनाते थे और उनको मार देते थे.
7. एक शंघाई बच्चा
जब 1937 में चीन और जापान के बीच हुआ दूसरा युद्ध अंत में द्वितीय विश्व युद्ध में तब्दील हो गया था. उसी दौरान जापानियों ने चीन के एक रेलवे स्टेशन पर बम गिराया था, जहां महिलाओं और बच्चों को रखा गया था. इस बमबारी में ये बच्चा बुरी तरह ज़ख्मी हो गया था, लेकिन बच गया था.
8. एक यातना शिविर को बना दिया था सामूहिक कब्र
Nazis ने 1945 में Bergen-Belsen camp में 50,000 लोगों को एक साथ मौत के घाट उतार दिया था. इनमें से एक Anne Frank भी थे. “Mass Grave 3” में लाशों के बीच खड़े हुए डॉक्टर Fritz Klein ने निर्णय लिया था कि ये लोग काम करने में असमर्थ हैं, इसलिए इन सबको गैस के चैम्बर में डाल देना चाहिए. हालांकि, बाद में उसको इस क्रूरता के लिए फांसी की सज़ा सुनाई गई थी.
9. नागासाकी के दो भाई
जापान के नागासाकी में हुए परमाणु हमले के बाद की है ये फ़ोटो, जिसमें एक बच्चा अपने छोटे बच्चे को गोद में उठाये हुए है, जबकि वो बच्चा मर चूका है. वो अपने भाई के अंतिम संस्कार के लिए जा रहा है और इस हमले में वो अपना सब कुछ खो चुका है.
10. एक बेघर और बेसहारा आदमी
ये फ़ोटो इंडिया की है, जिसमें एक भूखा आदमी रेलवे ट्रैक पर फेंके गए खाने को खा रहा है अपनी भूख मिटाने के लिए.
11. 1962 की एक दर्दनाक फ़ोटो
एक सैनिक को स्नाइपर द्वारा गोली मारी गई और वो एक पादरी की बाहों में अपनी ज़िन्दगी के आख़िरी पल गिन रहा है.
12. 1980 की ये फ़ोटो में John Lennon की मौत से पहले तब ली गई थी, जब वो Mark Chapman (his future killer) के साथ एक व्यक्ति को ऑटोग्राफ़ दे रहे थे.
13. 1963 में विरोध प्रदर्शन के दौरान एक बौद्ध संत ने आत्मदाह किया था.
14. 1992 की ये फ़ोटो काफ़ी विचलित करने वाली है क्योंकि इसमें एक मां अपने छोटे से बच्चे के मृत शरीर को अपने हाथों में उठाये हुए. उसका बच्चा भूख के कारण मर गया था.
15. रवांडा नरसंहार
1994 में अफ्रीकन देश रवांडा के तुत्सी में जो नरसंहार हुआ था, उसे शायद ही कोई भूल सकता है. तुत्सी और हुतु समुदाय के बीच नरसंहार ने रवांडा को बर्बाद कर दिया था. 100 दिन तक चले नरसंहार में 80,000 से भी ज्यादा लोगों की जान चली गयी थी. इस फ़ोटो में एक बच्चे के खून से सने हाथों के निशान दीवार पर दिख रहे हैं.
16. इस फ़ोटो में दिख रही परछाईं उस पीड़ित की है, जो हिरोशिमा पर हुए परमाणु हमले का शिकार हुआ था. 1945 में बनी ये परछाईं आज भी दिखाई देती है.
17. 1930 के दशक की एक फ़ोटो. इस दौर को इतिहास में महामंदी का दौर कहा गया.
18. Izu Island में एक शादी समारोह में वहां के निवासियों ने गैस मास्क का उपयोग किया था क्योंकि ज्वालामुखी के कारण वहां की हवा में अत्यधिक मात्रा में सल्फ़र के मौजूद था.
दुनिया में ऐसा बहुत कुछ घटा है, जो हम और आप नहीं जानते होंगे, इसलिए इतिहास के पन्नों से हम समय-समय पर आपके लिए लाते रहेंगे इसी तरह की और भी तस्वीरें.
Source: quora