Interesting Facts About Prithviraj Kapoor: भारत में थियेटर और हिन्दी सिनेमा में पृथ्वीराज कपूर का कितना योगदान रहा है वो शायद बताने की ज़रूरत नहीं है. पृथ्वीराज कपूर को हिन्दी सिनेमा की नींव के मज़बूत हिस्से के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने कई सुपरहीट फ़िल्में दी. पृथ्वीराज कपूर ने न सिर्फ़ देश बल्कि विदेशों में भी हिन्दी सिनेमा का नाम रोशन किया. इस ख़ास लेख में हम जानेंगे पृथ्वीराज कपूर से जुड़ी वो दिलचस्प बातें, जिनके बारे में शायद अधिकतर लोगों को पता नहीं होगा.
आइये, विस्तार से जानते हैं पृथ्वीराज कपूर से जुड़े (Interesting Facts About Prithviraj Kapoor In Hindi) दिलचस्प फ़ैक्ट्स.
1. अपनी पसंद की बहू लाए थे घर
Prithviraj Kapoor Facts in Hindi: पृथ्वीराज कपूर कभी अपनी नाटक कंपनी लेकर मध्यप्रदेश के रीवा गए थे, जहां उनका स्वागत रीवा के आईजी ने किया था. स्वागत और मुलाक़ात के दौरान पृथ्वीराज कपूर जी को आईजी की बेटी कृष्णा बेटे राज कपूर के लिए पसंद आ गईं और उन्होंने शादी का प्रस्ताव रख दिया. इसके बाद राज कपूर और कृष्णा मल्होत्रा की शादी हुई.
2. ‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग के दौरान नंगे पांव रेगिस्तान पर चल दिये थे
पृथ्वीराज कपूर एक ऐसे एक्टर थे, जो कैरेक्ट में घुस जाया करते थे. जब ‘मुगल-ए-आजम’ फ़िल्म का शूट राजस्थान में चल रहा था, तो भयंकर गर्मी पड़ रही थी. वहीं, इस फ़िल्म में एक सीन था जिसमें अकबर मन्नत मांगने के लिए नंगे पांव दरगाह पर जाता है. उन्होंने ये शूट नंगे पांव ही दिया था. वो कभी भी कॉमप्रोमाइज़न हीं किया करते थे.
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3. कर्मचारियों की मदद के लिए आगे रहते थे
Interesting Facts About Prithviraj Kapoor in Hindi: पृथ्वीराज कपूर की असल ज़िंदगी लोगों को प्रभावित करती है. कहते हैं कि वो हमेशा अपने कर्मचारियों की मदद के लिए आगे रहते थे. पृथ्वीराज कपूर एक बड़े थियेटर आर्टिस्ट थे. वहीं, जब थियेटर का शो ख़त्म हो जाया करता था, तो वो थियेटर के बाहर झोला लेकर खड़े हो जाया करते थे, ताकि शो देखकर जाने वाले उसमें पैसे डाल दें. ये पैसे वो अपने कर्मचारियों को दे दिया करते थे. वहीं, उन्होंने कर्मचारियों के लिए वर्कर फ़ंड भी बनाया हुआ था.
4. ‘मुग़ल-ए-आज़म’ के लिए ब्लैंक चेक दिया गया था
Facts About Prithviraj Kapoor in hindi: बहुत लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि फ़िल्म मुग़ल-ए-आज़म के लिए डॉयरेक्टर K. Asif ने पृथ्वीराज कपूर को ब्लैंक चेक दिया था. वहीं, जब पृथ्वीराज ने उनसे कहा था कि इतना कुछ लिखा है, तो रक़म भी लिख ही देते, तो डायरेक्टर आसिफ़ ने कहा था कि बताइये कितनी रक़म लिख दूं. इस पर उनका जवाब था कि कुछ भी लिख दीजिए, मुझे मज़ूर होगा. फिर डायरेक्टर आसिफ़ ने कहा कि ऐसा मत कहिए, सभी ने अपनी क़ीमत लगाई है.
वहीं, जब मेहनताना तय हुआ, तो डायरेक्टर उन्हें कांट्रैक्ट में एडवांस देना चाहते थे. एडवांस के लिए चेक जब पृथ्वीराज कपूर के सामने बढ़ाया गया, तो उन्होंने उस पर एक रुपया लिख दिया था.
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5. थियेटर आर्टिस्ट के रूप में करियर की शुरुआत
Prithviraj Kapoor in Hindi: पृथ्वीराज कपूर का जन्म पाकिस्तान के लायलपुर (अब फैसलाबाद) शहर में हुआ था और उन्होंने लायलपुर और पेशावर से ही एक थियेटर आर्टिस्ट के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद वो 1928 में मुंबई आ गए थे.
6. पहला लीड रोल
Prithviraj Kapoor life in Hindi: शुरुआती समय में उन्हें फ़िल्मों में छोटे-छोटे रोल ही मिले. वहीं, 1929 में आई फ़िल्म Cinema Girl में उन्होंने पहला लीड रोल मिला.
7. की 9 मूक फ़िल्में
पृथ्वीराज कपूर अपने फ़िल्मी करियर में 9 मूक फ़िल्मों (Silent Films) में काम किया था.
8. पहली बोलती फ़िल्म में सपोर्टिंग एक्टर
Prithviraj Kapoor life in Hindi: भारत की पहली बोलती फ़िल्म थी आलम आरा, जो 1931 में रिलीज़ हुई थी. इस फ़िल्म में पृथ्वीराज कपूर ने सपोर्टिंग एक्टर के रूप में काम किया था.
9. पृथ्वी थियेटर की स्थापना
साल 1944 में पृथ्वीराज कपूर ने ‘पृथ्वी थिएटर’ की स्थापना की थी, जो कि एक ट्रैवलिंग थिएटर कंपनी थी. इसने न सिर्फ़ भारत बल्कि बाहर भी ख़ूब नाम कमाया.
10. वो फ़िल्म जिसमें कपूर ख़ानदान की तीन पीढ़ियों को दिखाया गया
Prithviraj Kapoor life in Hindi: उनकी एक फ़िल्म ‘कल आज और कल’ में कपूर परिवार की तीन पीढ़ियां थीं – बेटा राज कपूर, पोता रणधीर कपूर और ख़ुद पृथ्वीराज.