मेगा स्टार अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) फ़िल्म इंडस्ट्री में कई दशकों से काम कर रहे हैं. इस बीच हमें उनके अलग-अलग टैलेंट का साक्षी बनने का मौक़ा मिला. फिर चाहे बात उनकी एक्टिंग को हो या फिर सिंगिंग की. डबिंग में भी उनका कोई हाथ नहीं पकड़ सकता. नरेशन करने में अमिताभ बच्चन बेस्ट हैं.
अमिताभ ने अपने करियर में हर तरह के दिन देखे हैं. स्टारडम से लेकर मुश्किल दिन तक. अमिताभ के मुश्किल दिनों से जुड़ा एक क़िस्सा हम आज आपके लिए लेकर आए हैं.
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दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गए थे
बात उन दिनों की है जब अमिताभ बच्चन ने अपनी एक प्रोडक्शन कंपनी खोली थी. इसका नाम था Amitabh Bachchan Corporation Ltd (ABCL). इसकी ओपनिंग के कुछ समय बाद ही ये घाटे में जाने लगी. 1999 में ऐसा समय आया जब इसे भारी नुक़सान सहना पड़ा और अमिताभ बच्चन लगभग दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गए.
कर्जदार देते थे गाली
अमिताभ ने कई बार इस बात का ज़िक्र किया है. उन्होंने एक इंटरव्यू में उस बुरे दौर को याद करते हुए कहा था कि उनके ऊपर 90 करोड़ रुपये का कर्ज़ था. उन्होंने उन दिनों को याद करते हुए कहा- ‘मैंने दूरदर्शन से लेकर हर उस कंपनी का कर्ज़ लौटाया, जिससे मैंने लिया था. जब कर्ज़दारों ने ब्याज की मांग की तो मैंने उनके लिए विज्ञापन कर इसे लौटाया. मैं ये कभी नहीं भूल सकता कि कैसे लेनदार मेरे घर आते पैसे लौटाने के लिए धमकाते यहां तक कि गालियां भी देते.’
Amitabh Bachchan
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करियर का सबसे बुरा दौर
बिग बी ने आगे कहा- ‘इसमें कोई शक नहीं कि ये मेरे करियर का सबसे बदनुमा दौर था. इसने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया. मैंने फिर सोचा कि मुझे एक्टिंग आती है जो मैं कर सकता हूं. इसके बाद मैं यश चोपड़ा जी के घर गया और उनसे काम देने की रिक्वेस्ट की. इसके बाद समय बदला और उन्होंने मुझे ‘मोहब्बतें’ में काम दिया.’
अभिषेक बच्चन ने भी वो दौर देखा है
अमिताभ के बेटे अभिषेक बच्चन (Abhishek Bachchan) ने भी ये दौर देखा है. उन्हें याद है कि कैसे वो विदेश में थे और उनके पिता पर क्या बीत रही थी. वो अपनी पढ़ाई बीच में छोड़कर वापस आना चाहते थे ताकी अपने पिता का मुश्किल दौर में साथ दे सकें. मगर उनके पिता ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था. अभिषेक कहते हैं कि एक दौर ऐसा भी आया था जब उनके पिता को अपने स्टाफ़ मेंबर से पैसे लेकर अपने लिए खाने का इंतजाम करना पड़ा था. इन दिनों को याद कर आज भी अभिषेक और अमिताभ ठिठक जाते हैं.
अमिताभ ने न सिर्फ़ इस मुश्किल दौर का डटकर सामना किया बल्कि अपनी वो शानो-शौकत फिर से हासिल की जिसके लिए जाने जाते थे. आज भी ये बरकरार है.