कोरोना के चलते बिहार शिक्षा विभाग ने बिना परीक्षा के पहली से आठवीं तक के छात्रों को किया पास

Dhirendra Kumar

Covid-19 के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. कुछ जगहों पर लॉकडाउन फिर से लगाया जा रहा है. कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए बिहार शिक्षा विभाग ने बिना परीक्षा के ही कक्षा 1-8वीं तक के 1.6 करोड़ से अधिक छात्रों पास करने का निर्णय लिया है.

मंगलवार को जारी नवीनतम अधिसूचना के अनुसार, राज्य सरकार ने RTE क़ानून, 2019 के नियम 10 में छूट देने की बात कही है. ये ढील केवल 2020-21 सत्र के लिए दी गयी है जिसके तहत कक्षा 5 और 8 के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा. ग़ौरतलब है कि कक्षा 1 से 4 और 6 से 7 के लिए नो-डिटेंशन पॉलिसी पहले से लागू है, यानी इन कक्षाओं के बच्चों को फ़ेल नहीं किया जा सकता है.

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राज्य सरकार द्वारा जारी की गई अधिसूचना में कहा गया है,

पिछले साल मार्च से स्कूल बंद थे, इसलिए छात्रों के लिए परीक्षा देना मुश्किल है. महामारी को देखते हुए सरकार ने कक्षा 5 और 8 के छात्रों को डिटेन न करने का फ़ैसला किया है.

पिछले साल राज्य शिक्षा विभाग ने कक्षा 8 तक के छात्रों को कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए बिना परीक्षा अगले कक्षा में प्रमोट कर दिया था. इस साल कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने अभी तक स्कूलों को खोलने पर कोई निर्णय नहीं लिया है.

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हालांकि, शिक्षा विभाग इस साल पूरे ज़ोर-शोर से एडमिशन का अभियान चला रहा है. विभाग 2 से 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए 3 महीने के Catch-Up कोर्स का संचालन करके शैक्षिक नुकसान की भरपाई करने की तैयारी कर रहा है.

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