पिता करते थे खेती-बाड़ी, चार बेटों में से दो ने IAS-IPS और दो ने डॉक्टर बनकर किया नाम रौशन

Vidushi

Success Story Of Farmer Sons : हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर उनका नाम रोशन करें और अपनी ज़िंदगी में ख़ूब तरक्की करें. हम आपको आज एक ऐसे ही साधारण परिवार की कहानी बताने जा रहे हैं, जिनके बच्चों ने ख़ूब मेहनत कर असाधारण कारनामा कर दिखाया है. इन बच्चों की सफ़लता की कहानी, उनके गांव ही नहीं बल्कि पूरे जिले में प्रसिद्ध है.

दरअसल, सीवान जिले के तितरा गांव में रहने वाले उमेश कुमार उर्फ ललितेश्वर कुमार राय ने किया ही कुछ ऐसा है. वो एक किसान हैं. उन्होंने भले ही एक आम ज़िंदगी जी, लेकिन अपने बच्चों को पढ़ाने-लिखाने में कोई कमी नहीं छोड़ी. जिसकी बदौलत उनके चार में से दो बेटे IAS-PCS और दो बेटे डॉक्टर हैं. आइए इनकी कहानी भी जान लेते हैं.

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बड़े बेटे ने BHU से की पढ़ाई

ललितेश्वर राय (Laliteshwar Rai) के चारों बेटों ने अपने मां-बाप का नाम रोशन किया है. उनके बड़े बेटे डॉक्टर कौशल किशोर राय समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं. वो इससे पहले जमुई सहित कई जिलों के डीएम और स्वास्थ्य विभाग के जॉइंट सेक्रेटरी भी रह चुके हैं. वो अक्सर तीतरा आते रहते हैं. उन्होंने साल 2010 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी और इस दौरान उनकी 49वीं रैंक आई थी. उनकी शुरुआती पढ़ाई की बात करें, तो वो उन्होंने बनारस के प्राइवेट स्कूलों से की है. 12वीं के बाद उन्होंने अपना ग्रेजुएशन बीएचयू से किया और बाद में KGMC लखनऊ से MD किया.

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दूसरे बेटे हैं डॉक्टर

ललितेश्वर कुमार राय के दूसरे बेटे का नाम डॉक्टर नंद किशोर राय है. वो पटना में डॉक्टर हैं और मौजूदा समय में न्यू लाइफ़ हॉस्पिटल के डायरेक्टर हैं. उन्होंने अपना 12वीं CHS स्कूल से किया था. इसके बाद वो MS करने के लिए प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चले गए. उनकी शादी हो चुकी है और इनकी पत्नी मनीषा शर्मा भी डॉक्टर हैं. वो पटना के पारस हॉस्पिटल में जॉब करती हैं.

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बड़े भाई के नक़्शे क़दम पर चले तीसरे बेटे

अपने बड़े भाई को 2010 में यूपीएससी का एग्ज़ाम क्रैक करते देख ललितेश्वर के तीसरे बेटे हरि किशोर राय को काफ़ी इंस्पिरेशन मिली. उन्होंने भी 2011 में यूपीएससी का एग्ज़ाम दिया और मेहनत से परीक्षा पास कर IPS अधिकारी बन गए. मौजूदा समय में वो BMP-16 के समादेष्टा हैं. वो कुछ महीने पहले सीतामढ़ी के पुलिस कप्तान थे. उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई बनारस से की है. इसके बाद बीटेक के लिए उनका IIT कानपुर में चयन हो गया था.

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महाराष्ट्र थाने में डॉक्टर की प्रैक्टिस करते हैं छोटे बेटे

ललितेश्वर प्रसाद राय के सबसे छोटे बेटे का नाम डॉक्टर बिरिजा किशोर है. वो महाराष्ट्र के थाने में कार्यरत हैं और पेशे से एक डॉक्टर हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज से पूरी की. इसके बाद वो महाराष्ट्र चले गए और वहीं प्रैक्टिस करते हैं. ललितेश्वर के चारों बेटों की शादी हो चुकी हैं. हालांकि किसान ललितेश्वर प्रसाद राय अपने पैतृक गांव तितरा में ही रहकर खेती-बाड़ी करते हैं.

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