विश्व का इतिहास क्रूर व ख़तरनाक तानाशाहों से भरा पड़ा है, जिनमें एक नाम चंगेज़ ख़ान का भी आता है. चंगेज़ एक मंगोल शासक था, जिसने मंगोल साम्राज्य के विस्तार में अहम भूमिका निभाई. कहते हैं कि इसने पूर्वोत्तर एशिया की खानाबदोश जनजातियों को संगठित किया और अपने विजय अभियान में निकल पड़ा. अपनी मृत्यु तक इसने कई बड़े क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया था, जिसमें मध्य एशिया और चीन के भी भौगोलिक हिस्से शामिल हैं. आइये, इसी क्रम में हम आपको बताते हैं चंगेज़ ख़ान से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें, जिनके बारे में आपने पहले नहीं सुना होगा.
1. बचपन से ही ग़ुस्सैल
हिस्ट्री वेबसाइट के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि चंगेज़ ख़ान बचपन से ही एक ग़ुस्सैल स्वभाव का था. वहीं, माना जाता है कि एक बार खाने को लेकर उसका अपने छोटे भाई के संग ऐसा झगड़ा हुआ कि उसने अपने भाई को मार डाला.
2. चंगेज़ ख़ान का असली नाम
बहुतों को लगता है कि ‘चंगेज़ ख़ान’ ही चंगेज़ ख़ान का असली नाम है, लेकिन ऐसा नहीं है, रिपोर्ट्स के अनुसार, उसका असली नाम ‘तेमुज़िन’ था. माना जाता है कि मंगोल जनजातियों का सरदार बनने के बाद उसने अपना नाम चंगेज़ ख़ान रख लिया था. हालांकि, इस पर अभी और सटीक प्रमाण की ज़रूरत है.
3. सेना में घोड़ों की अहमियत
वहीं, एक अन्य रिपोर्ट कहती है कि चंगेज़ ख़ान की सेना में घोड़ों की बहुत अहमियत थी. सेना में मजबूत, फुर्तीले और टिकाऊ घोड़ों को शामिल किया जाता था. साथ ही घोड़ों का ख़ास ख़याल रखा जाता था. कहते हैं कि चंगेज़ ख़ान के हर सैनिक के पास पांच-छह घोड़े होते थे और सैन्य अभियान के दौरान वो घोड़े बदलते रहते थे, ताकि घोड़े थके नहीं.
4. लगभग 4 करोड़ लोगों की हत्या का ज़िम्मेदार
ऐसा माना जाता है कि चंगेज़ ख़ान ने अपनी मृत्यु तक विश्व की एक बड़ी आबादी को मौत के घाट उतरवा दिया था. एक अनुमान के अनुसार, वो लगभग 4 करोड़ लोगों की हत्या का ज़िम्मेदार बना.
5. भारत आते-आते लौट गया
इंडियनइंटरेस्ट नामक एक अंग्रेज़ी वेबसाइट ने लिखा है कि कि चंगेज ख़ान ने ईरान में जिस शासक ख़ारज़म पर हमला किया था, उसका बेटा जलालुद्दीन भागकर सिंध नदी तक आ गया था और दिल्ली में आश्रय लेने के लिए चला गया, लेकिन उस समय के दिल्ली के सुल्तान इल्तुमिश ने चंगेज़ ख़ान का नाम सुनकर उसे आश्रय देने से मना कर दिया था. कहते हैं चंगेज़ ख़ान ने सोचा था कि वो भारत को रौंदता हुआ मंगोलिया चला जाएगा, लेकिन वो वापस मंगोलिया चला गया.
6. 1.6 करोड़ वंशज
इतिहासकारों का मानना है कि चंगेज़ ख़ान की सैकड़ों औलादे थीं. वहीं, नेशनल ज्योग्राफ़िक के अनुसार, एक अनुमान के तौर पर आज विश्व में चंगेज़ ख़ान के 1.6 करोड़ वंशज़ ज़िंदा हैं.
7. चंगेज़ खां कैसा दिखता था?
हिस्ट्री वेबसाइट की रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि चंगेज़ ख़ान असलियत में कैसा दिखता था, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. कहते हैं कि उसके निजी ज़िंदगी को बताने वाले सबूत उपलब्ध नहीं है. वहीं, कई इतिहासकार उसे लंबे कद-काठी, मजबूत शरीर और बड़े-बड़े बालों वाला बताते हैं. वहीं, एक इतिहासकार का मानना है कि उसकी नीली आंखें और लाल बाल थे. हालांकि, बिना सटीक प्रमाण के इन्हें सच नहीं माना जा सकता है.
8. जीत का क्षेत्र
चंगेज़ ख़ान ने अपनी मृत्यु तक एक बड़े भू-भाग पर कब्ज़ा जमा लिया था. मंगोल की खानाबदोश जनजातियों को एकजुट करने के बाद, चंगेज़ ख़ान ने मध्य एशिया और चीन के बड़े हिस्से पर विजय प्राप्त कर ली थी. वहीं, माना जाता है कि उसके वंशजों ने पोलैंड, वियतनाम, सीरिया और कोरिया जैसे दूर-दराज़ के स्थानों तक आगे बढ़ते हुए साम्राज्य का विस्तार किया. वहीं, कहा जाता है कि अपने चरम पर मंगोलों ने 11 से 12 मिलियन वर्ग मील के क्षेत्र को अपने नियंत्रण में ले लिया था.
9. चंगेज़ ख़ान की मौत
चंगेज़ ख़ान की मौत अब तक एक रहस्य बनी हुई है. वह कैसा मरा था और उसे कहां दफ़नाया गया था, यह कोई नहीं जानता. वहीं, एक कहानी के अनुसार उसकी मौत घोड़े से गिरने की वजह से हुई थी. हालांकि, इससे जुड़ा कोई सटीक प्रमाण उपलब्ध नहीं है.
10. उत्तराधिकारी
ब्रिटानिका की एक रिपोर्ट के अनुसार चंगेज़ ख़ान की मृत्यु के बाद उसका साम्राज्य उसके बेटे ओगताई ने संभाला था. उसने भी मंगोल साम्राज्य का विस्तार किया.