Famous Krishna Temples Of Pakistan: कान्हा का जन्मदिन देश-दुनिया के लिए उल्लास का मौक़ा होता है. मथुरा नगरी में असुर कंस के कारागृह में देवकी की आठवीं संतान के रूप में भगवान श्रीकृष्ण ने जन्म लिया था. जन्माष्टमी के दिन घरों में झाकियां सजाई जाती है, भजन-कीर्तन किए जाते हैं. कृष्ण भक्त व्रत कर, बाल गोपाल का भव्य श्रृंगार करते है, रात्रि में 12 बजे कान्हा का जन्म कराया जाता है. सभी कृष्ण भक्त जन्माष्टमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं. पाकिस्तान भी इसका अपवाद नहीं है. (Krishna Janmashtami)

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जी हां, पाकिस्तान में भी कई मशहूर कृष्ण मंदिर हैं, जहांं जन्माष्टमी धूमधाम से मनती है. आइए जानते हैं पाकिस्तान में मौजूद फ़ेमस कृष्ण मंदिरों के बारे में-

Famous Krishna Temples Of Pakistan-

1. रावलपिंडी का कृष्ण मंदिर

रावलपिंडी का कृष्ण मंदिर
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रावलपिंडी में मौजूद ये कृष्ण मंदिर क़रीब 126 साल पुराना है. इस मंदिर का निर्माण 1897 में सद्दर में कांची मल और उजागर मल राम पांचाल ने कराया था. बंटवारे के बाद कुछ सालों के लिए ये मंदिर बंद भी कर दिया गया था. 1949 में इसे फिर खोला गया. पहले तो यहां रहने वाले हिंदू इसकी देख रेख करते थे. 1970 में इसे ईटीपीबी के नियंत्रण में दे दिया गया. 1980 तक इस्लामाबाद में रहने वाले भारतीय राजदूत यहां पूजा करने आते थे.

2. लाहौर का कृष्ण मंदिर

लाहौर का कृष्ण मंदिर
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लाहौर अविभाजित भारत में हिंदुओं का बड़ा शहर था. यहां कई मंदिर थे. अब भी लाहौर में 22 के आसपास मंदिर हैं लेकिन पूजा केवल दो में ही होती है. उनमें एक कृष्ण मंदिर है और दूसरा वाल्मीकि मंदिर. कृष्ण मंदिर केसरपुरा में मौजूद है. जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण मंदिर में विधि-विधान से पूजा-पाठ होता है.

3. एबटाबाद का कृष्ण मंदिर

एबटाबाद का कृष्ण मंदिर

एबटाबाद वो जगह है, जहां अमेरिका ने आंतकी लादेन को मार गिराया था. यहां भगवान कृष्ण का मशहूर मंदिर है, जो अभी खस्ता हालत में है. यहां पूजा-पाठ नहीं होती है. मगर हिंदू आबादी वाले इलाके थारपरकार में भी एक हिंदू मंदिर है. इस मंदिर में हिंदू श्रृद्धालु पूजा के लिए आते हैं.

4. कराची का स्वामीनारायण मंदिर

कराची का स्वामीनारायण मंदिर
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श्रीस्वामीनारायण मंदिर काफ़ी फ़ेमस है. हि है. यहां हिंदू धर्म मानने वालों के साथ ही इस्लाम के अनुयायी भी आते हैं. इसमें हरे कृष्ण महाराज और राधा कृष्णदेव की मूर्तियां हैं. कुछ सालों पहले इस्कॉन ने कराची के जिन्ना एयरपोर्ट के करीब राधा गोपीनाथ मंदिर खोला था. ये बड़ा मंदिर है, जिसकी गतिविधियां लगातार चलती रहती हैं.

5. क्ववेटा का इस्कॉन मंदिर

क्ववेटा का इस्कॉन मंदिर
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इस्कॉन ने साल 2007 में पाकिस्तानी सरकार से ज़मीन खरीदकर कृष्ण मंदिर बनवाया था. हाल के बरसों में पाकिस्तान सरकार ने अपने यहां टूरिज़्म को प्रमोट करने के लिए प्राचीन हिंदू और बौद्ध मंदिरों की ओर ध्यान देना शुरू किया है. उन्हें टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जा रहा है.

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