दुनिया का सबसे बड़ा भाप इंजन वाला यात्री जहाज टाइटैनिक (Titanic) ने 10 अप्रैल 1912 को इंग्लैंड के साउथम्पटन से 2,223 यात्रियों के साथ न्यूयॉर्क शहर के लिए रवाना हुआ था, लेकिन फिर वो कभी वापस लौट कर नहीं आया. 4 दिन की यात्रा के बाद ही ये विशालकाय जहाज 15 अप्रैल, 1912 को समुद्र में बर्फ़ की चट्टान से टकरा कर डूब गया. इस दौरान जहाज में बैठे 1,517 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी.
ये आज भी इतिहास की सबसे बड़ी समुद्री आपदाओं में से एक है. टाइटैनिक के डूबने का मुख्य कारण अत्यधिक गति से चलना था. इसके मालिक जे .ब्रूस इस्मे (J. Bruce Ismay) ने जहाज के कप्तान एडवर्ड स्मिथ (Edward Smith) से जहाज को तेज़ गति से चलाने के लिए कहा था. 12 अप्रैल, 1912 को टाइटैनिक (Titanic) को 6 बर्फ की चट्टानों की चेतावनी मिली थी, लेकिन कप्तान को लगा जहाज मुड जाएगा.
15 अप्रैल, 1912 को टाइटैनिक फिर से बर्फ़ की चट्टान से टकराया. इस दौरान अधिक गति होने के कारण वो समय पर मुड नहीं पाया और चट्टान से जा टकराया. इसके बाद जहाज के आगे के हिस्से में छेद हो गए और रात क़रीब 11:40 बजे टाइटैनिक धीरे धीरे पानी में डूबने लगा. रात क़रीब 2:20 बजे वो पूरी तरह से समुद्र में समा गया. इस दौरान समुद्र के जल का तापमान -2℃ था, जिसमें किसी भी साधारण इंसान का 20 मिनट से ज़्यादा ज़िंदा रहना नामुमकिन था.
RMS Titanic कैसे डूबा इस बारे में तो आपको जानकारी मिल गई होगी. चलिए अब इसकी कुछ पुरानी तस्वीरें भी देख लेते हैं-
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RMS Titanic जहाज को लेकर सन 1997 में ‘Titanic’ नाम की हॉलीवुड फ़िल्म भी बन चुकी है.