इजिप्ट, वहां की जीवनशैली और उससे पिरामिड हमेशा से ही रहस्य का विषय रहे रहे हैं. ये इतना दिलचस्प विषय रहा है कि इस पर कई फ़िल्में भी बन चुकी है, जैसे The Mummy और Cleopatra. लेकिन, फ़िल्मों में जैसा चित्रण प्राचीन मिस्र का किया गया है, क्या वो सच में वैसा ही था या असलीयत कुछ और ही है. आइये, इस ख़ास लेख में प्राचीन मिस्र से जुड़ी उन बेतुकी बातों के बारे में जानते हैं जिन्हें लोगों द्वारा सच मान लिया गया.
1. प्राचीन मिस्र में ऊंटों का ही इस्तेमाल होता था
प्राचीन मिस्र पर बनी फ़िल्मों में अधिकतर ऊटों को ही परिवहन के साधन के रूप में दिखाया गया है. रेंकर के अनुसार, प्राचीन मिस्र में ऊंटों के अलावा गधों और खच्चरों का इस्तेमाल भी किया जाता था. वहीं, इतिहासकारों का मानना है कि सामान ढोने के अलावा कृषि क्षेत्र में भी गधों का इस्तेमाल किया जाता था.
2. पिरामिड का निर्माण ग़ुलामों द्वारा किया गया था
ये अफ़वाह है कि पिरामिड का निर्माण ग़ुलामों द्वारा करवाया गया था. लेकिन, ऐसा नहीं है. बीबीसी के अनुसार, पिरामिडा का निर्माण करने वाले ग़ुलाम नहीं थे. मिस्र के पिरामिड बनाने वाले वकर्स थे, जो पास के गांव में रहते थे और ज़रूरत पड़ने पर शाही कामकाज का हिस्सा बनते थे. साथ ही उन्हें अच्छा भोजन भी दिया जाता था. वहीं, शोधकर्ताओं को Giza के पिरामिड के सामने पिमामिड बनाने वाले मज़दूर की भी कब्रे मिली. अगर पिमामिड बनाने वाले सच में ग़ुलाम होते, तो उनकी कब्रे राजा की कब्र के सामने न बनाई जाती.
3. Scarabs ख़तरनाक और मॉनस्टर होते हैं
प्राचीन मिस्र के लोग Scarabs यानी गुबरैला को पवित्र मानते थे. प्राचीन मिस्र में इस्तेमाल होने वाले कई आभूषणों व कलाकृतियों में इसके चित्रों का इस्तेमाल किया जाता था. इसके अलावा, Scarabs को ममी की तरह भी रखा जाता था. हालांकि, इजिप्ट पर बनी फ़िल्मों में इन्हें एक मॉनस्टर की तरह दिखाया, जो इंसानी मांस खाता है.
4. Cleopatra’s (मिस्र की एक रानी) का आई मेकअप फैशन के लिए था
फ़िल्मों में दिखाया गया है कि Cleopatra बहुत से मेकअप का इस्तेमाल करती हैं. खासकर, आई मेकअप. वहीं, इतिहासकारों का मानना है कि ये सब Cleopatra के उपचार पद्धति का ही एक हिस्सा था. दरअसल, आंखों को बैक्टीरिया और संक्रमण से बचाने के लिए मेकअप जैसी लगने वाली चीज़ का इस्तेमाल करती थीं. जानकारी के अनुसार, Cleopatra आई मेकअप में kohl का भी इस्तेमाल करती थी. इसमें जिंक ऑक्साइड भी मिलाया जाता था, जो सूर्य की किरणों से त्वचा को बचाने का काम करता था. वहीं, माना जाता था कि ये आई मेकअप आंखों की बीमारी जैसे conjunctivitis से भी बचाने में मदद कर सकता है.
5. मिस्रवासियों द्वारा लिखी गई हर एक चीज़ चित्रलिपि में थी
यह भी एक मिथ है कि मिस्रवासियों द्वारा लिखी गई हर एक चीज़ चित्रलिपि में थी. इतिहासकारों का मानना है कि उस दौरान एक और लिपी प्रचलन में थी और उसका नाम था ‘Demotic writing’. व्यापार, साहित्यिक और गैर-धार्मिक ग्रंथों का निर्माण करने के लिए इस लिपी का भी इस्तेमाल किया जाता था.
6. King Tutankhamun की हत्या कर दी गई थी
1922 में Howard Carter द्वारा King Tutankhamun की कब्र को खोजा गया था. उनकी मौत को लेकर कई अफ़वाहें भी उड़ीं कि उनकी हत्या कर दी गई थी. लेकिन, जब उनकी क्रब मिलने के बाद उनके शरीर की जांच की गई. उनके डीएनए सैंपल लिए गए, जिसमें मलेरिया की बात पता चली. हालांकि, उनकी मौत कैसे हुए, यह अभी भी एक रहस्य का विषय है.
7. मिस्रवासी बिल्लियों की पूजा करते थे
यह भी एक मिथ है कि प्राचीन मिस्र के लोग बिल्लियों की पूजा करते थे. बाकी लोगों की तरह यहां के लोग भी बिल्लियों को पसंद करते थे. बिल्लियों चूहों और और अन्य जीवों को मारकर घर को साफ़ रखने का काम करती थीं. लेकिन, बिल्लियों को देवी नहीं माना जाता था.