दुनिया में हर देश में हर घर के लोग अपना घर साफ़ पूरी शिद्दत से करते हैं, मगर किसी देश में लोगों को इसमें कम समय लगता है तो किसी देश में ज़्यादा. ऐसा इसलिए क्योंकि साफ़-सफ़ाई को लेकर उनका तरीक़ा अलग-अलग होता है. उदाहरण के लिए फ़्रांस में लोग घर साफ़ करने में एक सप्ताह में मात्र 2-4 घंटे ख़र्च करते हैं.
तो चलिए आज हम आपको बताते हैं उन हैक्स के बारे में जो इन देशों में ख़ूब इस्तेमाल होता है.
1. दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया में लोग सिंक, बाथटब, शौचालय और दीवारों को अलग-अलग नहीं धोते हैं. वे एक ही बार में पूरे बाथरूम को धोते हैं. बाथरूम में से सारे भीगने वाले सामान (तौलिया, डिटर्जेंट, आदि) निकालकर वो एक ख़ास Cleaning Agent छिड़कते हैं और बाथरूम को को पानी से धोते देते हैं.
‘बचे-कुचे खाने को सिंक में नहीं फेंकना चाहिए’ ये तो हम सभी जानते हैं, मगर फिर भी सिंक की पाइप जाम हो ही जाती है. इससे निपटने के लिए दक्षिण कोरिया में दो-दो फ़िल्टर होते हैं सिंक में.
2. जर्मनी
अपार्टमेंट में रहने वाले जर्मन सीढ़ियों और एंट्रेंस गेट की साफ़-सफ़ाई मिलजुल कर करते हैं. प्रत्येक आपर्टमेंट के सामने पड़ने वाली सीढ़ियों को धोने की ज़िम्मेदारी उस अपार्टमेंट मालिक की होती है.
जर्मनी कचरे को छांटने में चैंपियन है. डस्टबिन के रंग के हिसाब से उसमें कचरा डाला जाता है.
जर्मनी के दक्षिणी हिस्सों में एक परंपरा है: घर के जिस व्यक्ति की सफ़ाई करने की बारी होती है उसके नाम का रिमाइंडर दरवाज़े पर लटका दिया जाता है.
3. ईरान
ईरानी अन्य लोगों की तरह साल भर अपने घर की साफ़-सफ़ाई रखते हैं, मगर वसंत में वो एक ख़ास त्यौहार मानते हैं जिसमें परिवार का हर व्यक्ति मिलजुल पूरे-घर की सफ़ाई करता है. दिवाली जैसे ही इस पर्व पर उन सभी चीज़ों की सफ़ाई होती है जो बाकी सालभर साफ़ नहीं हो पाती है.
पुराने फ़र्नीचर, पुराने बर्तन जो लंबे समय से उपयोग में नहीं हैं – सबको कचरा में फेंक दिया जाता है और नए साल में लोग नए फर्नीचर और फूल लाते हैं (नवरूज के दौरान ईरानी नया साल शुरू होता है).
4. इज़राइल
अगर एक इज़राइली परिवार अपार्टमेंट के बजाए साधारण घर में रहता है तो वो फ़र्श को एक विशेष तरीके से धोते हैं: वो फ़र्श पर बाल्टी से पानी डालते हैं और पानी को कमरे के सभी कोने तक पहुंचाते हैं. फिर इस गंदे पानी को रूम में से निकालकर बाथरूम में बहा दिया जाता है या दरवाज़े से निकालकर सीढ़ियों पर बहा दिया जाता है. इस तरह सीढ़ियों की भी सफ़ाई हो जाती है.
इज़राइली परिवार खाने-पीने वाले बर्तनों के 2 सेट रखते हैं: डेयरी के लिए एक सेट और मांस-मछली के लिए एक सेट. इज़राइली महिलाएं कभी भी एक ही चूल्हे पर मांस और साधारण खाना नहीं बनाती हैं.
5. चीन
चीन में साल की सबसे बड़ी सफ़ाई चीनी नए साल से पहले की जाती है. घर के सबसे दूर के कोनों से धूल हटाने के लिए वो नायलॉन के कपड़े का इस्तेमाल करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि नायलॉन Static Electricity के कारण धूल को आकर्षित करता है.
6. स्पेन
स्पेनिश लोग स्वच्छता का इतना ख़्याल रखते हैं कि घर में आने से पहले हर किसी को जूते बाहर खोलने पड़ते हैं. इसके कारण वो घर में फ़र्श पर आराम से बैठ पाते हैं या बच्चे बिना गंदे हुए खेल पाते हैं.
स्पेनिश घरों में आपको शायद कालीन देखने को मिले. उनके फ़र्श संगमरमर, लकड़ी, या अन्य सामग्रियों से ढंके होते हैं जिन्हें धोना आसान होता है. वैसे एक स्पेनिश इंजीनियर ने ही पोछे का आविष्कार किया गया था.
7. इटली
इटली के लोग जागने के बाद अक्सर अपार्टमेंट को हवादार बनाए रखने के लिए खिड़कियां खोलते हैं और अपनी बेडशीट बाहर रख देते हैं.
इटली में हर बार खाना खाने के बाद फ़र्श पर झाडू लगाते हैं. वो इसके लिए एक स्वीपर का इस्तेमाल करते हैं.
8. नीदरलैंड
नीदरलैंड के लोग खिड़कियों को धोने के लिए गर्म पानी, सिरका और मॉप का सहारा लेते हैं. वो महीने में कई बार खिड़कियां धोते हैं.
उन्हें अपनी बेडशीट को साफ़ रखना भी पसंद है. यही कारण है कि किसी ठंडी सुबह में भी आप नीदरलैंड में घरों बालकनी में तकिए और बेडशीट सूखते देख सकते हैं.
ये तो थे इन देशों के लोगों से सफ़ाई से जुड़े हैक्स, अब आप बताइये कि आप क्या हैक अपनाते हैं?