रहस्य और कहानियों से दुनिया भरी पड़ी है. एक पता करो तो दूसरा अपनी बाहें पसारे खड़ा होगा. इसकी न कोई सीमा है और न ही कोई अंत. बस, इन्हें जानने के बाद हम हैरान ही होते रहते हैं. अब इस शहर के बारे में जानकर भी थोड़ा हैरान हो लो, ये शहर थोड़ा-बहुत नहीं, बल्कि 8000 फ़ीट की ऊंचाईं पर बसा है. अगर सोच रहे हैं ये तो अजूबा है, तो हां ये शहर भी सात अजूबों में ही से एक है. ये कई सालों से वीरान है.
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हालांकि, स्थानीय लोगों को इस शहर के बारे में पता था, लेकिन दुनिया से इसकी पहचान अमेरिकी इतिहासकार हीरम बिंघम ने साल 1911 में कराई. तब से ये जगह पर्यटन स्थल बन गई है और दुनियाभर से लोग यहां घूमने आते हैं. साथ ही इसके इतिहास और रहस्यों को जानने की कोशिश करते हैं.
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ये शहर दक्षिणी अमेरिका के पेरू में स्थित है. इसका नाम माचू पिच्चू है. कई रहस्यों को छुपाए इस शहर को ‘रहस्यमय शहर’ भी कहा जाता है. इसके अलावा इंका सभ्यता से संबंधित ये शहर समुद्र तल से 2430 मीटर यानि 8,000 फ़ीट की ऊंचाई पर उरुबाम्बा घाटी के ऊपर एक पहाड़ पर बसा है. इसलिए इसे ‘इंकाओं का खोया हुआ शहर’ भी कहते हैं. इंका साम्राज्य के सबसे परिचित प्रतीकों में से एक इस शहर को एतिहासिक देवालय भी कहा जाता है. आपको बता दें, साल 1983 में इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिया गया है.
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इंका सभ्यता से जुड़े होने की पीछे की अवधाराणा ये है कि ऐसा माना जाता है 1450 ईस्वी के क़रीब इंकाओं ने इसका निर्माण किया था, लेकिन सौ साल बाद स्पेन के लोगों ने इंकाओं पर जीत हासिल कर ली तो इंका इस शहर को हमेशा के लिए छोड़कर चले गए. तब से ये शहर वीरान हो गया है यहां सिर्फ़ खंडहर बचे हैं.
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माचू पिच्चू शहर का निर्माण भी अपने आप में एक रहस्य है, जिसे कोई नहीं जान पाया. कहते हैं, कि इस जगह का इस्तेमाल लोगों की बलि देने के लिए होता था. बलि देने के बाद उन्हें यहीं दफ़ना दिया जाता था. इस बात की पुष्टि पुरातत्वविदों ने की है, जब उन्हें यहां कंकाल मिले थे, ज़्यादातर कंकाल महिलाओं को थे. इसको लेकर माना जाता है कि इंका सूर्य देव की उपायना करते थे, इसलिए उन्हें ख़ुश करने के लिए कुंवारी स्त्रियों की बलि देते थे, लेकिन बाद में जब नर कंकाल भी मिले तो इस बात को नकार दिया गया.
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इतना ही नहीं, एक हैरान करने वाली बात ये भी है कि माचू पिच्चू को इंसानों ने नहीं बल्कि एलियंस ने बनाया था, जो बाद में इसे छोड़कर चले गए. इतिहास है तो रहस्य तो होंगे ही इसलिए ये बातें कितनी सच हैं और कितनी झूठ इसका पता तो आज तक नहीं चला है, लेकिन इसके रहस्य और मान्याता ज़रूर चौंकाने वाली हैं.