1947 का भारत पाकिस्तान युद्ध. आज़ादी के कुछ ही महीनों बाद पाकिस्तान भारत की सीमा में घुस आया. पाकिस्तान जम्मू, लेह, नुब्रा आदि क्षेत्रों में घुस आया. पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारत ने लोकल Militia (स्थानीय नागरिकों की सेना) का निर्माण किया. इन Militias में सिर्फ़ पुरुष ही नहीं, महिलाएं भी थीं. ये Militias भारतीय गृह मंत्रालय के अंडर में निर्मित एक पैरामिलिट्री फ़ोर्स थी जो लाइन ऑफ़ कन्ट्रोल के आस-पास के क्षेत्रों में तैनात थी.
आज़ाद भारत में, भारतीय सेना की पहली रेजिमेंट JAKLI से जुड़े 15 फ़ैक्ट्स पढ़ कर आपके हाथ अपने आप सैल्यूट के लिए उठ जाएंगे-
1. भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान बनी रेजिमेंट
जब भारत की धरती पर पाकिस्तानी घुस आये तब स्थानीय कश्मीरियों की Militia बनाई गई. इस रेजिमेंट में आदमी, औरत सभी थे. सभी ने पाकिस्तानियों को बाहर निकालने के लिए हथियार उठाए.
2. रेजिमेंट में शामिल हुए स्थानीय निवासी
शुरुआत में जब ये Militia खड़ी की गई तब इसमें स्थानीय नागरिकों ने हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हथियार उठाया. ये लोग न ही प्रशिक्षित थे और न ही किसी पुलिस फ़ोर्स या सेना का हिस्सा.
3. राष्ट्रीय एकता की मिसाल है जैक्ली रेजिमेंट
कश्मीरियों के बारे में देश में जो भी ख़बरें छपती हों, पढ़ी-सुनी जाती हों. हर साल कई मुस्लिम कश्मीरी जैक्ली में भर्ती होते हैं.
4. जम्मू एंड कश्मीर राइफ़ल्स से है अलग
जैक्ली और जम्मू एंड कश्मीर राइफ़ल्स का नाम मिलता-जुलता ज़रूर है लेकिन दोनों अलग-अलग रेजिमेंट्स हैं. जम्मू एंड कश्मीर राइफ़ल्स इन्फ़ैंट्री रेजिमेंट है और जैक्ली लाइट इन्फ़ैंट्री रेजिमेंट.
5. आईएनएस कोच्चि है इस रेजिमेंट से संबंधित
United News of India की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, आईएनएस कोच्चि जैक्ली से Affiliated है. आईएनएस कोच्चि एक मिसाइल ध्वस्त कर सकता है और इससे Mig21 Bison फ़ाइटर एयरक्राफ़्ट ओपरेट किया जाता है.
6. जैक्ली रेजिमेंट के हैं 2 सेंटर
एक लेख के अनुसार, जैक्ली रेजिमेंट के दो सेंटर है. श्रीनगर के पास स्थित अवंतीपुरा सेंटर का इस्तेमाल गर्मियों में और जम्मू के पास स्थित सेंटर का इस्तेमाल सर्दियों में किया जाता है.
7. ये है रेजिमेंट का Motto
जैक्ली रेजिमेंट का Motto है ‘बलिदानं वीर लक्षणं’, जिसका मतलब है ‘बलिदान ही वीर का लक्षण है.’ इस रेजिमेंट के Insignia में 2 राइफ़ल और एक बैनर है जिसमें रेजिमेंट का नाम लिखा है.
8. 1971 युद्ध के दौरान हासिल किए 3 Battle Honours
1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान, Laleali, Picquet 707, and Shingo River Valley Battle Honours मिले.
9. भारतीय सेना ने बनाया अपना हिस्सा
1971 में जवानों के शौर्य का प्रदर्शन देखकर भारतीय सेना ने जम्मू एंड कश्मीर Militia को सेना का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया.
10. 1976 में नाम बदला गया
जम्मू एंड कश्मीर को 1976 का नाम जम्मू ऐंड कश्मीर लाइट इन्फ़ैंट्री रेजिमेंट रखा गया.
11. जम्मू एंड कश्मीर के ही जवान रेजिमेंट में लिए जाते हैं
जैक्ली में जम्मू एंड कश्मीर से 50 प्रतिशत मुस्लिम और 50 प्रतिशत ग़ैर-मुस्लिम जवान लिये जाते हैं. ये सारे जवान जम्मू एंड कश्मीर से ही होते हैं.
12. रेजिमेंट में हैं 15 बटालियन
जैक्ली रेजिमेंट में 15 बटालियन हैं, 2 बटालियन्स को अलग करके लद्दाख स्काउट्स बनाया गया.
इस रेजिमेंट को 3 वीर चक्र, 1 महावीर चक्र, 1 परम वीर चक्र, 3 अशोक चक्र दिया गया है. जैक्ली रेजिमेंट के बारे में और अच्छे से जानकारी के लिए आप नेटफ़्लिक्स पर रेजिमेंट डायरीज़ भी देख सकते हैं.