दुनिया के कई देशों में लोगों के मरने के बाद उनके अंगों को संभालकर रखने का चलन है. मिस्र की प्राचीन ममी बनाने की प्रथा से हम सब वाकिफ़ हैं. ऐसे भी कई देश हैं, जहां लोगों के मरने के बाद उनके अंगों की पूजा करने के लिए उन्हें सुरक्षित रख लिया जाता है.
दावा किया जाता है कि तुर्की के शहर इस्तांबुल में मुहम्मद साहब की दाढ़ी रखी है. ऐसे ही कहा जाता है कि श्रीलंका के कैंडी शहर में एक मंदिर में आज भी भगवान बुद्ध के दांत सुरक्षित हैं. वहीं, रोम के St John Lateran Basilica में ईसा मसीह की गर्भनाल संरक्षित होने का दावा भी किया जाता है.
हालांकि, धार्मिक शख़्सियतों के अलावा भी बहुत से लोग हैं, जिनके अंगों को मरने के बाद सहेजकर रखा गया है. आज हम आपको ऐसे ही लोगों के बारे में बताएंगे, जिनके गुज़रने के बाद उनके अंग निकालकर रख लिए गए.
1.गैलीलियो की उंगली
Galileo Galilei इटली के मशहूर वैज्ञानिक थे. सन् 1737 में जब उनके शव को एक क़ब्र से दूसरी क़ब्र तक तक पहुंचाया जा रहा था, तब उनकी एक बीच की उंगली और अंगूठे को निकाल लिया गया था. अब गैलीलियो की बनाई दूरबीन के साथ ही उनकी उंगलियों और रीढ़ की एक हड्डी को फ्लोरेंस के म्यूज़ियम में रखा गया है. उनके फ़ॉलेवर्स इस म्यूज़ियम को एक तीर्थ के तौर पर देखने के लिए आते हैं.
2. नेपोलियन का लिंग
नेपोलियन बोनापार्ट फ़्रांस का मशहूर राजा था. साथ ही, वो यूरोप के अन्य कई क्षेत्रों का भी शासक था. इतिहास में नेपोलियन को विश्व के सबसे महान सेनापतियों में गिना जाता है. हालांकि, अपने अंतिम दिनों में नेपोलियन अंग्रेज़ों की क़ैद में था. सन् 1821 में जब उसकी मौत हुई, तब नेपोलियन का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने उसका लिंग काट लिया था.
बाद में उस डॉक्टर ने उसे ऊंचे दाम पर बेच दिया. फिर इसी तरह बिकते हुए नेपोलियन का लिंग एक अमेरिकी वैज्ञानिक के पास पहुंचा, जिसने उसे 2,900 डॉलर में ख़रीदा था. साल 2007 में इस अमेरिकी वैज्ञानिक की मौत के बाद 2016 में उसका कलेक्शन नीलाम कर दिया गया. अब लोग इसे देख नहीं सकते हैं.
3. अल्बर्ट आइंस्टीन का दिमाग़
वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन जीनियस थे. यही वजह है कि साल 1955 में उनकी मौत के बाद पड़ताल करने के लिए उनके दिमाग़ को निकाल लिया था. सालों तक इस पर रिसर्च चलती रही. इतना ही नहीं, उनकी आंखें भी निकालकर न्यूयॉर्क में एक सेफ़ में रख दी गईं थीं. हालांकि, बाद में आइंस्टीन के दिमाग़ के टुकड़ों को उनकी आंखों के डॉक्टर Henry Abramsके हवाले कर दिया गया था.
बता दें, इस महान वैज्ञानिक के दिमाग़ को तो दुनिया देख चुकी है, लेकिन उनकी आंखें आज भी दुनिया की नज़रों से ग़ायब हैं.
4. थॉमस एडिसन की आंखिरी सांस
ये बात जानकर आप हैरान हो सकते हैं लेकिन ये हक़ीक़त है. कहा जाता है कि अमरिका के मिशिगन शहर के म्यूज़ियम में वैज्ञानिक थॉमस एडीसन की परखनली रखी है. इसी परखनली में एडीसन की आंखिरी सांस क़ैद है. साल 1931 में इस महान वैज्ञानिक ने अपनी मौत के वक़्त जिस कांच की परखनली में अपनी आंख़िरी सांस छोड़ी थी, उसे डॉक्टरों ने कॉर्क लगाकर बंद कर लिया था. इसे बाद में एडिसन के बेटे चार्ल्स ने अपने पिता के दोस्त हेनरी फ़ोर्ड को दे दिया था. बाद में, फ़ोर्ड के निधन के बाद उनकी याद मे बनाए गए, फ़ोर्ड म्यूज़ियम मे इस परखनली को लोगों के देखने के लिए रख दिया गया.
5. Pancho Villa बंदूक का ट्रिगर दबाने वाली उंगली
Pancho Villa मेक्सिको का एक कुख़्यात बाग़ी जनरल था. साल 1926 में उसकी हत्या कर दी गई थी. कहा जाता है कि उसके मरने के तीन साल बाद डकैतों ने क़ब्र से उसके शव को निकाल लिया था. बाद में कई लोगों ने दावा किया उनके पास Pancho के शरीर के अवशेष हैं. साल 2011 में अमेरिका के El Paso शहर के एक पॉन शॉप के मालिक ने दावा किया कि उसके पास Pancho की वो उंगली है, जिससे वो बंदूक की ट्रिगर दबाता था.
हालांकि, ये दुकानदार कभी अपने दावे को साबित करने के लिए तैयार नहीं हुआ और न ही वो आज तक Pancho की उंगली को बेच पाया है.
Source: BBC