भारत के लिए 15 अगस्त का दिन क्यों ख़ास है ये हमें बताने की ज़रूरत नहीं है. देश तिरंगे के रंग में रंगा होता है और हर- तरफ आज़ाद भारत का जश्न मन रहा होता है. इस जश्न के बीच कई लोग पतंग भी उड़ाते हैं. 15 अगस्त को पतंग उड़ाना एक परंपरा सी बन गई है.
आसमान में उड़ती पतंग स्वतंत्रता, आनंद और देशभक्ति का प्रतीक तो लेकर आती ही है. मगर ये उस ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण घटना की तरफ भी इशारा करती है, जो स्वतंत्रता दिवस पर पतंग उड़ाने की ख़ास वजह है.
1927 के दौरान अंग्रेज़ों का विरुद्ध करने के लिए पतंगों का बहुत बढ़ चढ़कर इस्तेमाल किया गया था. दरअसल, 1927 के दौरान देश में Simon Commission को लेकर काफ़ी विरोध शुरू हो गया था. ब्रिटिश सरकार ने 1919 के भारत सरकार अधिनियम की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया था. आयोग का उद्देश्य अधिनियम के काम-काज़ की जांच करना और प्रशासन की प्रणाली में और सुधारों का सुझाव देना था. इस आयोग का नेतृत्व सर जॉन साइमन कर रहे थे, इसलिए इसका नाम Simon Commission पड़ा.
Commission का विरोध कर रहे लोग ‘Go Back Simon’ के नारे पतंगों पर लिख उसे उड़ाते थे. तभी से स्वतंत्रता दिवस पर पतंग उड़ाना एक परम्परा बन गई.