दक्षिण भारतीय राज्य केरल(Kerala) की स्थापना वैसे तो 1956 में हुई थी, मगर इसका इतिहास सदियों पुराना है. केरल शब्द का ज़िक्र तीसरी सदी ईसा पूर्व में सम्राट अशोक ने एक शिलालेख में केरलपुत्र के रूप में किया गया था. 1498 में वास्को डी गामा कालीकट(कोझिकोड) तट पर आया था. इस तरह उसने यूरोप से दक्षिण एशिया का पहला आधुनिक समुद्री मार्ग खोज निकाला था. यहीं से भारत औपनिवेशिक युग की शुरुआत हुई थी.
इस दक्षिण भारतीय राज्य पर पांड्या, चोल और चेर वंश के राजाओं का राज रहा है. आज़ादी के बाद त्रावणकोर-कोचीन राज्य के रूप में इसे एकजुट किया गया. केरल का गठन 1 नवंबर 1956 में भाषा के आधार पर हुआ. तब इसका गठन तीन पुराने रजवाड़ों त्रावणकोर, कोचीन और मालाबार को मिलाकर किया गया था. ये सभी मलयालम भाषा बोलने वाले इलाके थे.
अब केरल का इतिहास तो आप जान चुके हैं चलिए अब देवताओं की धरती के नाम से मशहूर इस राज्य की कुछ पुरानी और दुर्लभ तस्वीरों के ज़रिये इसके इतिहास पर भी एक नज़र डाल लेते हैं.
1. कोचीन आए वास्को डी गामा की एक पुरानी पेंटिंग.

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2. कोचीन शिपयार्ड बनने से पहले कुछ ऐसा दिखाई देता था.

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3. त्रावणकोर के महाराजा चिथिरा थिरुनल की एक पेंटिंग.

4. एर्नाकुलम के एक घाट पर खड़ी बहुत सारी नाव.

5. श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर त्रिवेंद्रम, 1910

6. काम करते कारीगर, 1910

7. एक त्यौहार के लिए सजाए गए मालाबार के हाथी, 1910

8. कोचीन के एक तट की पेंटिंग, 1920

9. एयर इंडिया के दरबार में एक मेहमान का स्वागत करते त्रावणकोर के एक राजा.

10. त्रिवेंद्रम की एक नहर

11. 1947 में बनता कोचीन बंदरगाह.

12. 1948 में ओणम त्यौहार मनाते कोचीन के राजा.

13. कोचीन पोर्ट ट्रस्ट कार्यालय, 1950

14. राजेंद्र मैदान कोच्चीन, 1950

15. त्रावणकोर की एक नहर, 1951

16. स्नेक बोट रेस कोचीन, 1951

17. कैसिनो होटल कोचीन 1968

18. कोचीन का एक तट.

केरल की ये ऐतिहासिक तस्वीरें कैसी लगी आपको?