अफ़गानिस्तान(Afghanistan) में जब से तालिबान ने कब्ज़ा किया है तब से वहां नागरिक अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. इन्हीं में से एक हैं Shamsia Hassani जो एक पेंटर हैं और अपनी आर्ट के ज़रिये अच्छाई और बुराई के संघर्ष को लोगों तक पहुंचाने में जुटी हैं.
Shamsia Hassani काबुल विश्व विद्यालय में पढ़ाती हैं. उन्हें अफ़गानिस्तान की पहली फ़ीमेल स्ट्रीट आर्टिस्ट भी कहा जाता है. वो कभी कैनवॉस पर तो कभी बमबारी में तबाह हुई बिल्डिंग्स की दीवारों पर अपनी कलाकारी का नमुना पेश करती नज़र आती हैं.
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इनकी पेंटिंग्स इस पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं की दयनीय स्थिति और आतंक के साय में जीने वाले लोगों का दर्द बयां करती दिखती हैं. इनकी पेंटिंग्स में आंखें बंद और मुंह बंद किए एक महिला दिखती है, जो अलग-अलग परिस्थिति को बयां करती है.आइए तस्वीरों के ज़रिये ये आर्टिस्ट क्या संदेश पूरी दुनिया को दे रही है वो भी जान लेते हैं.
1. इन दिनों अफ़गानिस्तान की महिलाएं किसी बुरे सपने को सच होता देख रही हैं.
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2. लोगों ने अभी भी सपने देखना नहीं छोड़ा है.
3. कोरोना काल में लोगों को घर में कैद होना पड़ा.
4. अंधेरे में है बच्चों का भविष्य.
5. सभी देश चुपचाप बस तमाशा देख रहे हैं.
6. दोनों का दिल टूट गया.
7. उम्मीद की सभी किरणें ओझल होती दिख रही हैं.
8. क्लासरूम की याद आती है.
9. किसी भी गोली का निशाना आप कभी भी बन सकते हैं यहां.
10. क्या कभी हम सुकून से जी पाएंगे.
11. अपनी आज़ादी के लिए लोग भरसक प्रयास कर रहे हैं.
12. इन्हें भी आसमान छू लेने की हसरत थी कभी.
13. बचपन भी दशहत में जी रहा है वहां.
14. इन्हें हथियार नहीं संगीत चाहिए.
15. कोई भी प्लेन यहां तालिबन मार गिरा सकता है.
16. उम्मीदें अब साथ छोड़ने लगी हैं.
17. उनकी दुनिया तबाह हो रही है.
18. ये क्या चाहते हैं और उन्हें क्या मिल रहा है.
19. रॉकस्टार बनने का सपना.
20. इनकी दुनिया में उथल-पुथल मची है.
21. ख़ुद को रोज़ जीने के लिए प्रेरित करना पड़ता है.
22. कभी-कभी दिल हार मानने की कगार पर पहुंच जाता है.
क्या पूरी दुनिया कोई भी नहीं जो इस देश की मदद कर सके?