स्वतंत्र भारत के इतिहास में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के दौरान लगा ‘आपातकाल’ भारत का सबसे विवादास्पद काल था. 25 जून, 1975 की आधी रात को आपातकाल की घोषणा की गई. जो 21 महीने यानी 21 मार्च, 1977 तक लगा रहा. इस दौरान कानून और संविधान को ख़ूब तोड़ा-मरोड़ा गया, मीडिया पर पाबंदी लगाई गई, देश में डर का ऐसा माहौल फैल गया था जिसकी कहानियां हम आज तक पढ़ते हैं. निस्संदेह, वह भारत का सबसे काला अध्याय था जिसकी क़लम ख़ुद इंदिरा गांधी थामे हुई थी.
आज हम आपको एक बार फिर उस बीते काल में लेकर चलते हैं और दिखाते हैं कि देश में किस तरह का माहौल हो गया था. देखिए, आपातकाल के समय की कुछ दुर्लभ तस्वीरें:
1. इमरजेंसी घोषित होने के बाद पीएम, इंदिरा गांधी राष्ट्रपति, फ़ख़रुद्दीन अली अहमद से मुलाक़ात करते हुए.

2. देश में आपातकाल घोषित करने के बाद पत्रकारों से घिरी हुई इंदिरा गांधी

3. आपातकाल लगने के बाद मीडिया पर भी पाबन्दी लगाई गई थी

4. आपातकाल लागू होने से पहले जयप्रकाश नारायण ने एक बड़ी रैली का नेतृत्व किया था.

5. पुरानी दिल्ली के दुजाना हाउस फ़ैमिली प्लानिंग क्लीनिक में 6 सितंबर 1976 को पुरुष नसबंदी के लिए अपना नाम दर्ज कराते हुए.
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6. नसबंदी से गुजरने वाले पुरुषों को पुरस्कार के रूप में घी और घड़ियां दी गई थीं.

7. आपातकाल के दौरान पुलिस द्वारा एस्कॉर्ट किए जा रहे संजय गांधी. अल्पसंख्यकों की जबरन नसबंदी कराने के कारण लोगों में ग़ुस्सा था.

8. आपातकाल के दौरान संजय गांधी सिर्फ अपने शुभचिंतकों पर ही भरोसा करते थे. जिनमें कमल नाथ और अम्बिका सोनी सबसे पहले आते थे.

9. आपातकाल के नियम और कानून समझाती इंदिरा गांधी
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10. विपक्षी नेता मोरारजी देसाई और चरण सिंह

11. जयप्रकाश नारायण ने रामलीला ग्राउंड में रामधारी सिंह दिनकर को उद्धरण करते हुए कहा, ‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है.’

12. सुप्रीम कोर्ट के बाहर का नज़ारा

13. अबू अब्राहम द्वारा कार्टून जिसमें राष्ट्रपति, फ़ख़रुद्दीन अली अहमद आपातकाल के उद्घोषणा पर अपने बाथटब से हस्ताक्षर करते हुए.
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14. आपातकालीन की घोषणा का एक औपचारिक प्रेस रिलीज़

15. राष्ट्र के कई हिस्सों में आक्रोश, दंगे और विरोध प्रदर्शन.

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