दिल्ली का ‘अक्षरधाम मंदिर’ भारत में ही नहीं विदेशों में भी बेहद प्रसिद्ध है. ये ख़ूबसूरत मंदिर 6 नवंबर, 2005 को 5 साल में बनकर तैयार हुआ था. यमुना किनारे पर बसा ये मंदिर एक अनोखा सांस्कृतिक तीर्थ है. इसे ज्योतिर्धर भगवान स्वामिनारायण की पुण्य स्मृति में बनवाया गया है. इस मंदिर का परिसर 100 एकड़ भूमि में फैला हुआ है. दुनिया का सबसे विशाल ‘हिंदू मन्दिर परिसर’ होने के नाते 26 दिसंबर 2007 को ये ‘गिनीज़ बुक ऑफ़ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स’ में शामिल किया गया था.

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अक्षरधाम मंदिर का निर्माण किस तरह से हुआ था इन 15 तस्वीरों के ज़रिए देख सकते हैं-  

1- जब ‘अक्षरधाम मंदिर’ की नींव रखी गई थी.  

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2- इस तरह से शुरू हुआ था मंदिर का निर्माण कार्य.  

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3- निर्माण कार्य शुरू होने के बाद साधु संत पूजा पाठ करते हुए.  

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4- इन बड़ी-बड़ी क्रेनों के ज़रिए तेज़ी से बढ़ता निर्माण कार्य.   

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5- मंदिर के निर्माण कार्य का जायज़ा लेते हुए साधु संत.  

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6- निर्माण कार्य में लगे मज़दूरों को इन मुश्किलों का सामना करना पड़ा.  

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7- संत आश्रम का निर्माण कुछ इस तरह से हुआ था. 

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8- मंदिर के निर्माण में इन ख़ूबसूरत पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था.  

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9- परिक्रमा का निर्माण कुछ इस तरह से हुआ था.  

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10- निर्माण कार्य में हज़ारों मज़दूर दिन-रात काम कर रहे थे. 

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11- कंस्ट्रक्शन अधिकारियों से वार्तालाप करते हुए स्वामीश्री. 

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12- ‘अक्षरधाम मंदिर’ के पिलर इस तरह खड़े किए गए थे.  

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13- ख़ूबसूरत कारीगरी का अद्भुत नज़ारा.  

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14- बनने के बाद कुछ ऐसा दिखने लगा अक्षरधाम मंदिर. 

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15- अक्षरधाम मंदिर रात के समय कुछ ऐसा दिखता है.  

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