पुरानी तस्वीरें हमेशा एक उत्सुकता पैदा करती हैं. तस्वीरों में क़ैद वो लोग जो शायद ज़िंदा भी नहीं, उनकी ज़िंदगी को एक पल से समझने की जिज्ञासा को बयां नहीं किया जा सकता है. इन्हीं तस्वीरों के ज़रिये लोगों ने इतिहास के कई महत्वपूर्ण पलों को सहेजा है. इनमें से कुछ तस्वीरें बेहद ख़ौफ़नाक मंज़र पेश करती हैं, क्योंकि इनके पीछे की कहानियां अपने आप में भयानक हैं.
तो आइये, देखते हैं इतिहास की कुछ ख़ौफ़नाक तस्वीरों को, जिनके पीछे की कहानियां जानकर आपका दिल सहम जाएगा.
1. हीरोशिमा बमबारी के बाद जीवित बचे एक शख़्स का शरीर.
2. तस्वीर में मुस्कुराता ये शख़्स एक सनकी बॉम्बर है. इसने सार्वजनिक स्थानों पर कुल 33 बम रखे, जिनमें से 22 में विस्फोट हुआ. शुक्र सिर्फ़ इतना रहा कि सिर्फ़ 15 लोग ही घायल हुए.
3. एक विशाल टिड्डे को हाथ में पकड़े इस शख़्स की तस्वीर 1937 में ली गई थी. उस वक़्त इस तस्वीर ने बहुत से लोगों को डरा दिया था. हालांकि, तस्वीर असल में फ़ेक थी.
4. ये ममीकृत हृदय अगस्टे डेलाग्रेंज नाम के एक शख़्स का है, जिस पर वैम्पायर होने का शक था. 1912 में उसकी हत्या के बाद दिल को निकालकर रख लिया गया था.
5. एंडरसनविले जेल शिविर में जीवित रहने के बाद एक सिपाही का हाल.
6. जर्मनी के प्राचीन शहर हेर्क्सहेम में मिले 7,000 साल पुराने ये अवशेष और कलाकृतियां नरभक्षण की ओर इशारा करते हैं.
7. 92 वर्षीय जॉन बेंटले को कथित तौर पर जलाकर मारा गया था. उनके बॉथरूम में पूरा शरीर राख हो गया था. सिर्फ़ एक पैर ही बचा था.
8. लोआना नाम की ये महिला 1909 में मरी पाई गई थी. मौत की वजह इस महिला का अपना ही ख़ून पीना था.
9. 14 वर्षीय रेजिना वाल्टर्स की आखिरी तस्वीर. सीरियल किलर रॉबर्ट बेन ने हत्या से पहले उसके बाल काटे और उसे काली ड्रेस और ऊंची एड़ी के जूते पहनाए थे.
10. वेंट्रिलोक्विस्ट डमी की खौफ़नाक तस्वीर. लोग आज भी यक़ीन के साथ नहीं कह पाते कि ये किसी हॉरर फ़िल्म के सेट की तस्वीर है या फिर हक़ीक़त.
11. माओरी टैटू वाले सिरों के अपने कलेक्शन के साथ होरेशियो गॉर्डन रॉबली. मृतकों की इन संग्रहित खोपड़ियों को ‘मोकोमोकई’ कहा जाता था.
12. इसे पहली नन का ममीकृत सिर माना जाता है.
13. 70 के दशक में एक होटल मालिक स्विमिंग पूल में तेजाब डालता हुआ, क्योंकि उसमें काले लोग नहा रहे थे.
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हम आज के दौर को भयानक समझते हैं, लेकिन बीता समय आज से कहीं ज़्यादा ख़ौफ़नाक था. ऐसे में उम्मीद यही है कि आने वाला कल बेहतर होगा.