इंसानी निवासों में प्रेत-आत्माओं की मौजूदगी पर आधुनिक लोगों का विश्वास तब ज्यादा दृढ़ हो गया, जब Paranormal Experts सामने आए और उन्होंने प्रेत-आत्माओं के होने के सत्य पर अपना ठप्पा लगाया. ये पैरानॉर्मल एक्सपर्ट्स पारंपरिक तांत्रिकों से अलग ख़ास यंत्रों की मदद से आत्माओं से बात करते हैं और उन्हें इंसानों से अलग हटाने का काम करते हैं. विश्व भर में ऐसे कई एक्सपर्ट्स काम कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी अलग टीम भी बनाई हुई है.   

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ये उन स्थलों के रहस्य को सुलझाने का काम करते हैं, जिन्हें प्रेतवाधित क़रार कर दिया गया या जहां इंसानों ने प्रेतवाधित घटनाओं के होने का एहसास किया. भारत में भी एक ऐसा ही पैरानॉर्मल एक्सपर्ट था, जिसने आत्माओं की मौजूदगी का पता लगाने का काम किया, लेकिन वो बहुत ही कम उम्र में रहस्यमयी तरीक़े से मौत का शिकार हुआ और इस दुनिया को अलविदा कह गया.   

गौरव तिवारी   

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भारत के इस पैरानॉर्मल एक्सपर्ट का नाम था गौरव तिवारी. आप में से कई लोग होंगे, जो इस नाम से पहले से ही वाक़िफ़ होंगे, लेकिन बहुतों को अभी भी गौरव के बारे में नहीं पता. यह वो शख़्स था जिसने भारत में Indian Paranormal Society की स्थापना की थी. वहीं, भारत के कई सबसे प्रेतवाधित स्थानों में जाकर वहां नेगेटिव एनर्जी की पड़ताल की.   

वो जो आप नहीं जानते   

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गौरव तिवारी पैरानॉर्मल एक्सपर्ट बाद में बने, लेकिन उससे पहले वो एक पायलट (By Training) थे. 21 साल की उम्र में वो एविएशन में अपना करियर बनाने के लिए फ़्लोरिडा चले गए थे. लेकिन, बाद में उनकी दिलचस्पी पैरानॉर्मल पड़ताल और परामनोविज्ञान (मृत्यु के बाद मनोवैज्ञानिक क्षमताओं के अस्तित्व की पड़ताल) में होने लगी. माना जाता है कि उन्होंने 6000 से भी ज्यादा प्रेतवाधित जगहों पर आत्माओं की पड़ताल की है. साथ ही आसमान में दिखने वाली अनोखी चीज़ों की हक़ीक़त का भी पता लगाया है.   

कर चुके हैं कई टीवी शोज़   

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गौरव तिवारी आत्माओं की पड़ताल से जुड़े कई टीवी शोज़ कर चुके हैं. जैसे एमटीवी गर्ल्स नाइट आउट, भूत आया और हॉन्टिंग ऑस्ट्रेलिया.   

मीडिया के साथ भी सुलझाया आत्माओं का रहस्य   

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गौरव तिवारी कई मीडिया चैनल्स के साथ सबसे प्रेतवाधित स्थानों पर जाकर आत्माओं की मौजूदगी का पता लगा चुके हैं. वो ‘आज तक’ के साथ भारत के सबसे प्रेतवाधित स्थल Bhangarh Fort जा चुके हैं. यह राजस्थान स्थित एक प्राचीन किला है, जिसे ‘भूतों का गढ़’ कहा जाता है. ‘आज तक’ की टीम ने गौरव तिवारी के साथ भानगढ़ पर एक ख़ास शो बनाया था.    

रहस्यमयी तरीक़े से हुई मौत   

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गौरव तिवारी की मौत 7 जुलाई 2016 को दिल्ली के एक अपार्टमेंट में हुई थी. वो अपने बाथरूम में मृत पाए गए थे. कहा जाता है कि गौरव तिवारी ने अपनी मौत से कुछ दिन पहले अपनी पत्नी को बताया था कि उन्हें कोई नेगेटिव एनर्जी अपनी ओर खींच रही और वो उसे नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन, उनकी पत्नी ने इन बातों पर ध्यान नहीं दिया.    

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हालांकि, डॉक्टरों का मानना था कि उनकी मौत Asphyxiation के कारण हुई थी. यह एक ऐसी मेडिकल कंडीशन है जब शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लग जाती है, जिससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है. वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना था कि गौरव तिवारी ने आत्महत्या की थी.