भारत के दो अहम पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान हैं. इन दोनों देशों से भारत का हमेशा से ही सीमा विवाद रहा है. भारत इन दोनों देशों से LOC और LAC से जुड़ा हुआ है. इन दोनों ही बॉर्डर पर हमारे देश के जवान अंतरराष्ट्रीय शांति बनाए रखने के लिए दिन रात तैनात रहते हैं. भारत इनके अलावा भी कई अन्य देशों से भी बॉर्डर शेयर करता है. इनमें नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार शामिल हैं. लेकिन LOC और LAC दो ऐसी सीमाएं हैं, जहां विवाद होने की संभावना सबसे अधिक है. भारत की 3 सीमाओं (इंटरनेशनल बॉर्डर, एलएसी और एलओसी) में से ये विवाद अधिकतर LOC और LAC के पास ही होते हैं.
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चलिए आज LAC और LOC के बीच क्या अंतर है वो भी जान लेते हैं-
एलओसी (LOC) यानी लाइन ऑफ़ कंट्रोल (Line of Control) वो सीमा है जिसे सेना द्वारा रेखांकित किया जाता है. ये सीमा जम्मू-कश्मीर वाला बॉर्डर है जिसकी लंबाई में 776 किलोमीटर है. ये अक्सर विवादों में रहती है, क्योंकि इसकी दूसरी तरफ़ पाकिस्तान है. दरअसल, एलओसी को सैन्य समझौतों के तहत आधिकारिक तौर पर निर्धारित किया गया है. इसी सीमा में कश्मीर का बंटवारा भी शामिल है और यहां का कुछ हिस्सा पाकिस्तान के कब्ज़े में है. ये सीमा 1971 के युद्ध के बाद हुए समझौते में बनी थी. युद्ध समाप्त होने के बाद जितने हिस्से में भारतीय सेना गई उसे बॉर्डर मान लिया गया.
एलएसी (LAC) यानी लाइन ऑफ़ एक्चुअल कंट्रोल (Line of Actual Control) भारत और चाइना का बॉर्डर है. हालांकि, एलएसी सिर्फ़ एक अवधारणा है. भारत-चीन इस पर सहमत नहीं हैं, न ही इसे मानचित्र पर चित्रित किया गया है या भूमि पर सीमांकित किया गया है. जबकि भारत-चीन का कुछ हिस्सा एलएसी के अंतर्गत आता है, जो दोनों देशों के बीच हुए समझौते के बाद तय की गई थी. ये ज़मीन पूरी तरह से खाली है. भारत के पास एलएसी 3,488 किलोमीटर के क़रीब है. ये लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम तक फ़ैली हुई ही है. लेकिन चीन का मानना है कि ये केवल 2,000 किलोमीटर ही है. यही दोनों देशों के बीच विवाद की जड़ भी है.
क्या है इंटरनेशनल बॉर्डर?
इंटरनेशनल बॉर्डर (International Border) वो सीमा है जिसकी मान्यता हर पड़ोसी देश में है. इंटरनेशनल बॉर्डर पर दोनों देशों की सहमति होती है और बॉर्डर लाइन निश्चित होती है. भारत का इंटरनेशनल बॉर्डर 15,106 किलोमीटर का है. इसमें भारत की 3488 किलोमीटर की सीमा चाइना से है, 3023 किलोमीटर पाकिस्तान से, 1751 किलोमीटर नेपाल से, 699 किलोमीटर भूटान से, 106 किलोमीटर अफ़ग़ानिस्तान से, 1643 किलोमीटर म्यांमार से और 4096 किलोमीटर बांग्लादेश से जुड़ी है.
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तो कैसी लगी हमारी ये कोशिश?