आपने गौर किया होगा कि कुछ लोग तस्वीरें खिंचवाते वक़्त ‘V’ शेप में अपनी दो उंगलियों को ऊपर करके दिखाते हैं. शायद आपने भी कई मौकों पर ऐसा किया हो. भारत में भी चुनाव के वक़्त बहुत से नेता ऐसा करते पाए जाते हैं. लेकिन सवाल ये है कि आख़िर ऐसा क्यों किया जाता है और इस साइन की शुरुआत कहां से हुई? आज हम आपको इसी सवाल का जवाब देंगे.
‘V’ शेप फ़िंगर साइन का मतलब क्या है?
इसका जवाब किसी जगह की संस्कृति पर बहुत हद तक निर्भर करता है. मसलन, ब्रिटेन में इस साइन को एक तरह से आक्रमकता दिखाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही, इसका इस्तेमाल लोग सेक्शुअल साइन के रूप में भी करते हैं.
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इसे शांति के चिन्ह के तौर पर भी यूज़ किया जाता है. हालांकि, मोटे तौर पर इस साइन का मतलब कॉन्फ़िडेंस और डॉमिनेन्स माना जाता है. जब भी कोई व्यक्ति किसी भी चीज़ में सफ़लता हासिल करता है, तो वो अक्सर ‘V’ शेप में उंगलिया दिखाता है. साथ ही, ये एक तरह से ख़ुद को कॉन्फ़िडेंट और फ़्रेंडली ज़ाहिर करना भी होता है और सामने वाले को भरोसा दिलाना है कि आप एक विजेता हैं.
कुछ लोग इसी साइन का डबल मीनिंग के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं. जब हम अपनी हथेली को अंदर की ओर रखकर ‘V’ शेप फ़िंगर दिखाते हैं, तो ये एक तरह से किसी को मिडिल फ़िंगर दिखाना ही माना जाता था.
कैसे हुई शुरुआत?
कहा जाता है कि इसकी शुरुआत एशिया में और ख़ासतौर से जापान में हुई. जिस तरह लोग तस्वीर खिंचवाते वक़्त चीज़ बोलते हैं वैसे ही जापान में ‘V’ शेप फ़िंगर दिखाने का फ़ैशन रहा है. यहां से ये साइन धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल गया.
जापानी मीडिया कल्चर पर एक्सपर्ट प्रोफ़ेसर Jason G. Karlin की मानें तो इस प्रैक्टिस का प्रचार करने में मीडिया का बड़ा रोल था. उन्होंने बताया, 1972 में एक जापानी कैमरा कंपनी Konica ने अपने टीवी कमर्शियल में एक पॉप सिंगर Jun Inoue को लिया, जो स्टेज पर ‘V’ साइन बनाने के लिए फ़ेमस था. पॉप सिंगर ने इस टीवी कमर्शियल में भी इस साइन का इस्तेमाल किया, जिसके बाद ये हर जगह फ़ेमस हो गया.
हालांकि, इस साइन की शुरुआत को लेकर अलग-अलग कहानियां हैं. कुछ लोग इसका ओरिजन एशिया के बजाय पश्चिमी देशों में मानते हैं. कहा जाता है कि उस वक़्त Jun Inoue अकेले शख़्स नहीं थे, जो ‘V’ साइन का इस्तेमाल करते थे. अमेरिका की पॉपुलर स्केटर Janet Lynn ने भी इस साइन का इस्तेमाल किया था.
दरअसल, 1972 के विंटर ओलंपिक के दौरान पांच बार की यूएस चैंपियन स्केटर Janet स्केटिंग के दौरान गिर गई थीं. उस वक़्त वो गोल्ड मेडल की सबसे बड़ी दावेदार मानी जा रही थीं. मग़र जब Janet गिरीं तो वो निराश होने के बजाय मुस्कुरा कर चली गईं. बाद में एक मैग़ज़ीन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ‘V’ साइन को ‘शांति और प्यार’ ज़ाहिर करने के लिए यूज़ किया, जिसके बाद ये एक ट्रेंड बन गया. मग़र इस बात को साबित करने के लिए एक भी तस्वीर मौजूद नहीं है.
वहीं, एक थ्योरी ये भी कहती है कि ये जेस्चर जापान में द्वितीय विश्व युद्ध में उसके हारने के बाद आया. दरअसल, युद्ध में अमेरिका, फ़्रांस जैसे मित्र राष्ट्रों की जीत हो चुकी थी, ऐसे में उन्होंने जापान में धीरे-धीरे पश्चिमी संस्कृति को फैलाना शुरू कर दिया. इस दौरान रॉक म्यूज़िक से लेकर कोका-कोला तक जापान में पॉपुलर होने लगा. ‘V’ साइन भी इसी दौरान जापानियों की लाइफ़स्टाइल में शामिल हो गया. इस साइन को एक तरह से जापान के वेस्टर्नाइज़ेशन की निशानी के तौर पर भी देखा जाता है.
वैसे कुछ लोग ‘V’ साइन की शुरुआत अंग्रेज़ों और फ़्रांस के बीच सन् 1415 में हुए एगिनकोर्ट के युद्ध को भी मानते हैं. कहते हैं कि अंग्रेज़ी सैनिकों ने फ्रांसीसियों का मज़ाक उड़ाने के लिए इस साइन का इस्तेमाल किया था. दरअसल, इस युद्ध में अंग्रेजी सेना की जीत में तीरंदाज़ों का बड़ा योगदान था. युद्ध के दौरान फ़्रांसिसी सैनिकों ने धमकी दी थी कि जब वो उन्हें पकड़ेंगे तो उनकी तीर चलाने वाली दोनों उंगलियां काट लेंगे. ऐसे में जब वो हार गए तो अंग्रेज़ी सेना ने अपनी दोनों उंगिलयां ‘V’ शेप में दिखाकर उनका मज़ाक बनाया. वहीं से ये ट्रेंड शुरू हुआ.
हालांकि, इसकी शुरुआत को लेकर कई दिलचस्प कहानियां हैं, लेकिन पुख़्ता तौर पर कोई नहीं कह सकता कि वास्तव में ‘V’ शेप फ़िंगर साइन की शुरुआत कैसे और कब हुई है. हां, इतना ज़रूर है कि आज ज़्यादातर लोग इस साइन का इस्तेमाल विक्ट्री और पीस के लिए ही करते हैं.