दुनिया में कितने ही अमीर लोग हैं, लेकिन मीडिल क्लास होने का अलग ही मज़ा है. मीडिल क्लास फ़ैमिली में छोटी-मोटी परेशानियां ज़रूर होती हैं, पर उतना ही सुकून होता है. हम पैसों से अमीर भले ही न हों, लेकिन दिल बहुत अमीर होता है. कई बातों पर चिक-चिक और खटपट होती है, पर वो भी प्यार जताने का तरीक़ा होता है.
मीडिल क्लास फ़ैमिली वालों की ज़िंदगी में रोज़ाना कई ऐसे क़िस्से होते हैं, जो बताते हैं कि उनकी लाइफ़ किसी रंगमंच से कम नहीं होती है. इसलिये इस फ़ैमिली की बहुत सी ऐसी चीज़ें हैं, जो सिर्फ़ मीडिल क्लास फ़ैमिली के बच्चे ही समझ पायेंगे.
1. हमारे यहां Get Together नहीं, सत्यानारायण की कथा में सब एकजुट होते हैं.
2. मीडिल क्लास वालों का फ़ैमिली बजट इतना सटीक होता है कि अगर सैलरी कुछ एक-दो दिन लेट हो, तो गुल्लक फ़ूट जाती है.
3. हम चीज़ें ब्रांड नहीं, बल्कि प्राइस टैग देख कर ख़रीदते हैं.
4. टैम्पों और साइकिल से स्कूल पहुंचने का संघर्ष भी अलग ही मज़ा देता है.
5. हमारे यहां AC बिजली का बिल बचाने के लिए नहीं, मम्मी की चप्पल से बचने के लिए बंद होता है.
6. अमीर शादी के बाद हनीमून प्लान करते हैं. वहीं मीडिल क्लास वाले टैंट और किराये के बर्तन के पैसे देने में जुट जाते हैं.
7. काम का हो या न हो, लेकिन हम फ़्री में मिलने वाला सामान कभी नहीं छोड़ते.
8. एक हॉट स्पॉट से 4 लोगों का फ़ोन चलता है हमारे यहां .
9. कटिया फंसाकर बिजली का बिल बचाना.
10. हम रेस्टोरेंट में बचा खाना वेस्ट नहीं करते, बल्कि उसे पैक कराके घर ले लाते है.
11. हमारी सुबह Good Morning से नहीं, नायलक और आलसी जैसे शब्दों से होती है.
12. नींबू को तब तक निचोड़ते हैं, जब तक आखिरी बूंद उसके ग्लास में न आ जाये.
13. फ़ोन पर मैसेज पढ़ते हुए हंसी आ जाये, तो घरवाले सोचते हैं कि ज़रूर किसी से अफ़येर है.
14. 10 मिनट से ज़्यादा वॉशरूम में रुक जाओ, तो लोगों को लगता है कि सो गया है.
क्यों मीडिल क्लास वालों बताओ सही कहा या नहीं?