Netflix पर ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ (Khakee The Bihar Chapter) रिलीज़ हो चुकी है. अपनी दिलचस्प कहानी और एक्टर्स की शानदार परफ़ॉर्मेंस के चलते इसे फ़ैन्स का जमकर प्यार मिल रहा है. इस Web Series में करण टैकर ने आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा (IPS Amit Lodha) का क़िरदार निभाया है. हम आज आपको बिहार पुलिस के इस IPS ऑफ़िसर की कहानी बताएंगे, जिनकी ज़िंदगी पर ये सीरीज़ बेस्ड है.
कौन हैं IPS Amit Lodha?
देश के लोकप्रिय पुलिस अधिकारियों में शामिल बिहार के आइपीएस अमित लोढ़ा ‘सुपर कॉप’ के रूप में भी जाने जाते हैं. 1997 बैच के आइपीएस अमित लोढ़ा राजस्थान के रहने वाले हैं. IPS में सेलेक्शन से पहले उन्होंने आइआइटी दिल्ली से ग्रेजुएशन किया था. उनके नाना एक IAS अफ़सर थे. ऐसे में उनसे प्रेरित होकर अमित लोढ़ा ने भी UPSC का एग्ज़ाम दिया और पहली बार में ही क्लियर कर लिया. वर्तमान में वो Inspector General(IG) के पद का कार्य कर रहे हैं.
कभी ख़ुद से निराश होकर सुसाइड करना चाहते थे
IPS Amit Lodha ने दिल्ली आइआइटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उस दौरान वो काफ़ी निराश थे. वो अपने ग्रेजुएशन के वक़्त को भयानक अनुभव की तरह याद करते हैं. दरअसल, उस दौरान उनके ग्रेड खराब होने लगे थे. ऐसे में वो ख़ुद को दूसरों से कमतर समझने लगे थे. उनके लिए हालात इतने ख़राब हो चुके थे कि वो डिप्रेशन का शिकार हो गए. ऐसे वक़्त में उनके मन में सुसाइड करने के विचार आने लगे.
हालांकि, उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया. कहते हैं न कि समय हर घाव को भर देता है. उनके साथ भी ऐसा हुआ. आइआइटी के बाद उन्होंने फ़ैसला किया कि वो UPSC का एग्ज़ाम देंगे. ये फ़ैसला उनके लिए बिल्कुल सही साबित हुआ. न सिर्फ़ उनका IPS में सेलेक्शन हुआ, बल्क़ि खोया आत्मविश्वास भी लौट आया.
बिहार के अपराधियों से लिया लोहा
IPS Amit Lodha की पोस्टिंग जिस वक़्त बिहार में हुई, उस दौरान प्रदेश की शक़्ल आज से बिल्कुल ही जुदा थी. हर तरफ़ अपराध और अपराधियों का बोलबाला था. बिहार संगीन आपराधिक वारदातों के लिए बदनाम था और हत्या, डकैती व अपहरण का दूसरा नाम बन गया था. यहां से डाक्टर-इंजीनियर से लेकर व्यवसायी तक, हर वर्ग के लोग पलायन कर रहे थे. ऐसे में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि एक युवा अधिकारी इन बेखौफ़ अपराधियों का एक-एक कर सफाया कर देगा.
अमित लोढ़ा की पोस्टिंग भी अपराध के गढ़ माने जाने वाले नालंदा, बेगूसराय, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर और गया आदि जिलों में होती रही. मगर तमाम अपराधियों में सबसे कुख़्यात था शेखपुरा का अशोक महतो, जिसे लोग गब्बर सिंह के नाम से जानते थे.
IPS ऑफ़िसर अमित लोढ़ा ने न सिर्फ़ बिहार में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसी. साथ ही, अशोक महतो और उसके साथी पिंटू महतो को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
बता दें, अपराधियों से लोहा लेने के अलावा IPS अमित ने सामुदायिक सेवाओं को प्रेरित करने और राज्य के युवाओं की क्षमता को बढ़ावा देने के लिए पहल ‘संभव’ की शुरुआत भी की थी. अभिनेता अक्षय कुमार के साथ ‘भारत के वीर’ नामक एक अन्य लोकप्रिय अभियान भी शुरू किया, जिसका उद्देश्य शहीदों के परिवारों को सहायता प्रदान करना था. अपने ईमानदार और वीरता भरे कामों के लिए उन्हें पुलिस वीरता पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है.
IPS अमित ने बिहार के इन अनुभवों पर दो किताबें भी लिखी हैं. किताब ‘बिहार डायरीज़‘ पर ही बालीवुड के निर्देशक नीरज पांडेय ने वेब सीरीज़ बनाई है. साथ ही, उनकी दूसरी किताब ‘लाइफ़ इन द यूनिफ़ॉर्म’ भी काफ़ी लोकप्रिय है.
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