टीवी पर आने वाले विज्ञापन हर शख़्स की ज़िंदगी में अहम रोल अदा करते हैं. ज़्यादातर लोग टीवी पर विज्ञापन देखने के बाद, बाज़ार में उस चीज़ की डिमांड करते हैं. कुछ प्रोडक्ट्स का विज्ञापन देखने के बाद हमें ऐसा लगता है, अरे ये प्रोडक्ट्स तो हमारे लिए ही बना है.

कहते हैं विज्ञापन की दुनिया में सबकुछ चलता है. यहां जो दिखता है, वही बिकता है.

ये कहना गलत नहीं होगा कि विज्ञापन मानव जीवन पर अपना गहरा प्रभाव डालते हैं. विज्ञापन देखकर अपनी ज़रूरत का सामान ख़रीदने में कोई हर्ज़ नहीं है. विज्ञापन देखकर हमारे काम की चीज़ हमें मिल जाती है, इससे ज़्यादा भला हमें और क्या चाहिए. कुछ ऐसा ही आप भी सोचते हैं न ? इसमें कोई दो-राय नहीं कि टीवी पर प्रोडक्ट्स का विज्ञापने देखने के बाद, हमें अपने मतलब की चीज़ ख़रीदने में ज़्यादा आसानी हो जाती है.

youtube

जानते हैं, हम इंडियन्स की सबसे बड़ी दिक्कत क्या है, ‘दिखावा’. हम दिखावे पर ज़्यादा जाते हैं, और अपनी अकल कम लगाते हैं. विपाज्ञन देखकर किसी भी प्रोडक्ट्स के ऊपर मर मिटने वाले लोगों, ये ज़रूरी ख़बर आपके लिए ही है. दसअसर, टीवी पर दिखाए जाने वाले एड आपको कूल कम, फूल ज़्यादा बनाते हैं.

टीवी पर किसी भी प्रोडक्ट्स का प्रचार बहुत बढ़ा-चढ़ा कर किया जाता है. हम आपको बताते हैं, कुछ ऐसे एड के बारे में, जो हकीकत में बिल्कुल वैसे नहीं होते जैसे कि वो टीवी पर दिखाए जाते हैं.

1. नवरत्न ठंडा-ठंडा कूल

emamiltd

इस विज्ञापन में किंग खान ने ठीक उसी तरह कमाल की एक्टिंग की है, जैसी वो रोमांटिक फ़िल्मों में करते हैं. नवरत्न पाउडर का विज्ञापन करते हुए, शाहरुख खान लोगों को बता रहें कि कैसे लोग इस पाउडर का इस्तेमाल कर, भीषण और चिलचिलाती गर्मी में एसी जैसी ठंडक पा सकते हैं. अब ऐसी जैसी ठंडक किसे नहीं पसंद, टीवी पर एड देखते ही इसे ख़रीदने के लिए दुकान पर लोगों की होड़ सी लग गई. पाउडर इस्तेमाल करने के बाद, क्या आपको चिलचिलाती गर्मी में एसी जैसी ठंड मिली, आपका जवाब होगा नहीं.

2. एक्स बॉडी डियो स्प्रे

एक्स एक मेन डियो है, ज़्यादातर लोगों की पहली पसंद है एक्स. बेहतरीन ख़ूशबू वाला एक्स 2015 में एक विज्ञापन की वजह से काफ़ी कंट्रोवर्सी में रहा था. एक्स ने विज्ञापन में दर्शकों को बताया कि ये डियो लगाने के बाद लड़किया आपके बेहद करीब आ जाएंगी. बस फिर क्या सारे लड़के निकल पड़े इसे ख़रीदने के लिए. इस एड के बाद एक्स को लेकर काफ़ी कंट्रोवर्सी भी हुई.

3. स्टैंडर्ड फै़न्स

अलिया भट्ट जैसी स्टार किसी चीज़ का विज्ञापन करें और लोग उसे न देखे ऐसा हो ही नहीं सकता. स्टैंडर्ड फै़न्स का एड लगभग सभी लोगों ने देखा ही होगा. इस एड को देखने के बाद, एक ही चीज़ समझ आती है कि किसी भी गीली चीज़ को सुख़ाने के मामले में ये फ़ैन धूप से भी ज़्यादा तेज़ है. तेज़ धूप में किसी भी चीज़ को सूखने में कम से कम 5-10 मिनट का वक़्त लग जाता है. लेकिन इस एड में आलिया के हाथ से पानी फ़र्श पर गिर जाता है. अचानक से घर की डोर बेल बज़ती है और मम्मी की आवाज़ सुनाई देती है. मम्मी की आवाज़ सुनते ही, आलिया फै़न ऑन कर देती हैं और पानी तुंरत सूख़ जाता है. दिमाग पर जोर डालिए और सोचिए, चंद सेकेंड में फ़र्श पर पड़ा बाल्टी भर पानी सूख़ना संभव है क्या?

4. टूथपेस्ट

आज कल कई टूथपेस्ट विज्ञापन दिखाकर पीले दातों को सफ़ेद करने का दावा करते हैं. मोती जैसे दांत, तो हर शख़्स चाहता है, लोगों ने सोचा चंद पैसों में दांत सफ़ेद हो जाएंगे, इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है. दांत टूथपेस्ट से सफ़ेद नहीं होते, बल्कि इसके लिए आपको डॉक्टर के यहां जाना पड़ता है. इस मामले में भी कंपनियां आपको बेवकूफ़ बनाने से नहीं चूकती.

5. फ़ेयर एंड लवली क्रीम

हाल ही में फ़ेयर एंड लवली क्रीम को लेकर काफ़ी कंट्रोवर्सी हुई. कई सितारों ने फ़ेयर एंड लवली के विज्ञापन का विरोध किया. सारे ब्यूटी प्रोडक्ट्स आपको रातों-रात गोरा बनाने का दावा पेश करते हैं. लेकिन क्या सच में कोई गोरा होता है? अगर हकीकत में ये कंपनिया सभी को गोरा बनाने का दावा करती हैं, तो शिल्पा शेट्टी जैसी महशूर अदाकारा को रंगभेद की टिप्पणी का शिकार क्यों होना पड़ा था. काज़ोल, प्रियंका जैसी एक्ट्रेसेस भी ये क्रीम इस्तेमाल कर गोरी हो जाती. और गोरा होने की ज़रूरत ही क्यों है? जो जैसा है, वैसा ही रहेगा न, या किसी के दबाव में आकर अपना स्किन कलर बदल देगा. सांवले रंग को बुरा रंग बनाने में बहुत बड़ी भूमिका रही इस क्रीम की.

6. टेली शॉपिंग

टेली शॉपिंग वाले भी लोगों को अच्छे से बेवकूफ़ बनाते हैं. कभी मिनटों में मोटापा घटाने वाली चीज़ें दिखा कर दर्शकों को लुभाते हैं, तो कभी हाइट बढ़ाने वाली दवा दिखाकर. खाली टाइम में ज़्यादातर महिलाएं टेली शापिंग देखना पसंद करती हैं. लुभावने एड देखकर ज़्यादातर महिलाएं घर बैठे ही किसी भी चीज़ का ऑर्डर दे देती हैं. घर के आने के बाद वो चीज़ें वैसी नहीं होती, जैसी टीवी पर दिखाई गई होती हैं.

7. हेयर जेल

कई कंपनिया ऐसा दावा करती हैं कि हेयर जेल का इस्तेमाल करने के बाद दिन भर आपके बाल सेट रहेंगे, पर हकीकत में ऐसा बिल्कुल नहीं होता, हेयर जेल का इस्तेमाल कर, आप कुछ देर के लिए तो अपने बाल सेट रख सकते हैं, पर पूरे दिन के लिए नहीं.

8. अंंबुजा सीमेंट

youtube

इस सीमेंट के Ad में दिखाया जाता है कि एक हाथी और ट्रैक्टर मिलकर भी अंबुजा सीमेंट से बनी दीवार नहीं तोड़ पाते. अरे भाई हमने तो बड़ी-बड़ी और मजबूत इमारतें भी गिरती हुई देखी हैं. मतलब विज्ञापनों में झूठ बोलने की कोई लीमिट ही नहीं है.

ऐसा नहीं है कि टीवी पर दिखाए जाने वाला हर एड फ़ेक होता है, लेकिन टीवी पर आने वाल हर विज्ञापन सही भी नहीं होता. कंपनी का काम है अपना प्रोडक्ट बेचना, इसके लिए वो साम-दाम, दंड-भेद सभी हथकंडे अपना डालती हैं. अपनी मेहनत की किमाई को दिखावे पर ख़र्च मत करिए, किसी भी प्रोडक्ट को ख़रीदने से पहले अपने विवेक का इस्तेमाल करिए.