भारत सरकार ने हाल ही में भारी नुक्सान के चलते देश की प्रतिष्ठित एयर इंडिया (Air India) एयरलाइंस ‘टाटा ग्रुप’ को बेच दी है. देश के मशहूर बिज़नेसमैन जे.आर.डी. टाटा (J. R. D. Tata) ने 15 अक्टूबर 1932 को Tata Airlines की शुरुआत की थी. इसके कुछ साल 1948 में भारत सरकार ने इस एयरलाइंस के 49% शेयर ख़रीद लिए. इसके बाद 1953 में भारत सरकार ने एयरलाइंस की बाकी हिस्सेदारी भी ख़रीद ली और ये Tata Airlines से Air India बन गई. अक्टूबर 2021 में टाटा ग्रुप ने फिर से सरकार से ये एयरलाइंस ख़रीद ली है.

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भारत में पिछले एक दशक में देश की कई बड़ी एयरलाइंस कंपनियां बंद हो चुकी हैं. इस दौरान कुछ एयरलाइंस का अधिग्रहण दूसरी एयरलाइंस कंपनियों ने कर लिया तो कुछ घाटे के चलते बंद हो गईं. इनमें से एक ‘डेक्कन एयरलाइंस’ भी थी जिसे विजय माल्या के स्वामित्व वाली ‘किंगफिशर एयरलाइंस’ ने ख़रीद लिया था. इससे पहले ‘सहारा एयरलाइंस’ का ‘जेट एयरवेज़’ ने अधिग्रहण कर लिया था. हालांकि, बाद में ‘जेट एयरवेज़’ भी बंद हो गई.

चलिए जानते हैं भारत में अब तक कुल कितनी एयरलाइंस बंद हो चुकी हैं-  

1- डेक्कन एयरवेज़  

सन 1945 में स्थापित डेक्कन एयरवेज़ स्वतंत्रता के दौरान भारत में मौजूद 9 एयरलाइनों में से एक थी. डेक्कन एयरवेज़ का 71 फ़ीसदी हिस्सा हैदराबाद की निजाम सरकार के पास था और बाकी हिस्सा टाटा संस व अन्य के पास था. जुलाई 1946 में डेक्कन एयरवेज़ के 3 विमानों ने वाणिज्यिक परिचालन की शुरुआत की थी. सन 1948 में हैदराबाद को भारत में मिलाने के बाद 10 अक्टूबर 1953 को डेक्कन एयरवेज का इंडियन एयरलाइंस में विलय हो गया.  

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2- जामएयर एयरलाइंस  

जामएयर (Jamair) की शुरुआत 1946 में हुई थी. इसका मुख्यालय कोलकाता में था. जामएयर चार्टर्ड और शड्यूल्ड दोनों तरह की सेवाएं देती थी. इस एयरलाइंस की स्थापना दो विदेशियों ने की थी, लेकिन पैसा नवानगर के महाराजा जाम साहिब ने लगाया था. इसकी शुरुआत 5 जहाजों के साथ हुई थी. लेकिन साल 1977 में ये एयरलाइंस भी बंद हो गई.

3- इंडियन नेशनल एयरवेज 

इंडियन नेशनल एयरवेज ब्रिटेन के उद्योगपति ग्रांट गोवन द्वारा 1933 में शुरू की गई थी. इसके बाद 1947 में ग्रांट गोवन ने इस एयरलाइंस को ‘डालमिया ग्रुप’ के कर्ताधर्ता रामकृष्ण डालमिया को बेच दी और इसका नाम ‘डालमिया जैन एयरवेज’ हो गया. सन 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण किया गया और इसे ‘इंडियन एयरलाइंस’ में मिला दिया गया.

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4- दरभंगा एविएशन 

साल 1950 में दरभंगा के महाराजा कामेश्वर सिंह ने दरभंगा एविएशन (Darbhanga Aviation) की शुरुआत की थी. लेकिन 12 साल 1962 में बंद ये एयरलाइंस बंद हो गई. कामेश्वर सिंह ने ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ समाप्त होने के बाद 3 डगलस DC-3 विमान ख़रीदकर इसकी शुरुआत की थी.

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5- एयर सहारा 

एयर सहारा की शुरुआत 20 सितंबर 1991 को देश के जाने माने बिज़नेसमैन सुब्रत रॉय ने की थी. जेटलाइट (एयर सहारा) जेट एयरवेज़ की कम लागत वाली सहायक कंपनी थी. इसे पहले ‘एयर सहारा’ के रूप में जाना जाता था, जब तक कि जेट एयरवेज़ ने इसे जेटलाइट के रूप में पुनः ब्रांडेड नहीं किया.17 अप्रैल, 2019 को जेटलाइट (एयर सहारा) ने अपनी मूल कंपनी जेट एयरवेज़ के साथ मिलकर अपनी सभी परिचालन सेवाएं बंद कर दीं.

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6- जेट एयरवेज़  

जेट एयरवेज़ (Jet Airways) की शुरुआत 1 अप्रैल 1992 को बिज़नेसमैन नरेश गोयल ने एयर टैक्सी परिचालक के तौर पर की थी. 5 मई 1993 से जेट एयरवेज़ ने पहली बार व्यावसायिक परिचालन की शुरुआत की थी. इसके बाद मार्च २००४ से इसने चेन्नई से कोलम्बो सेवा की शुरुआत करके अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा की शुरुआत की थी. लेकिन लगातार घाटे के चलते 17 अप्रैल 2019 को ये एयरलाइंस बंद हो गई.

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7- वायुदूत एयरलाइंस  

वायुदूत (Vayudoot) एक सरकारी एयरलाइंस सेवा थी, जो एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस का संयुक्त उपक्रम थी. साल 1981 में भारत के दक्षिण पूर्वी राज्यों तक विमान सेवा पहुंचाने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी. ये एयरलाइंस 30 सुदूरवर्ती स्थानों तक सेवाएं देती थी. वायुदूत के पास 30 पैसेंजर और 21 एग्रीकल्चरल एयरक्राफ्ट थे. लेकिन यात्रियों की कमी के चलते लगातार घाटे में रहने के बाद 1997 में ये एयरलाइंस भी बंद हो गई.

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8- दमानिया एयरवेज़ 

भारत के मशहूर बिज़नेस घरानों में से एक दमानिया फ़ैमिली ने साल 1992 में दमानिया एयरवेज़ की स्थापना की थी. इसने 10 मार्च 1993 को पुर्तगाल के टीएपी एयर से लीज पर दो बोइंग 737 विमानों के साथ उड़ान भरना शुरू किया. बॉम्बे बेस से इस एयरलाइन के विमान दिल्ली, कलकत्ता, मद्रास, बैंगलोर, गोवा और इंदौर के लिए नियमित उड़ानें भरती थीं. लेकिन केवल 5 साल बाद ही सन 1997 में ये एयरलाइन भी बंद हो गई.

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9- किंगफ़िशर एयरलाइंस  

विजय माल्या के स्वामित्व वाली किंगफ़िशर एयरलाइंस (Kingfisher Airlines) की शुरुआत साल 2003 में हुई थी, लेकिन वित्तीय अनियमितत्ताओं की वजह से केवल 10 साल बाद ही ये एयरलाइंस बंद हो गई. इसके कर्मचारियों को 1 साल से भी अधिक समय तक सैलरी भी नहीं मिल पाई थी. माल्या ने इस एयरलाइंस के लिए बैंकों से हज़ारों करोड़ का लोन भी ले रखा था.

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10- एम.डी.एल.आर एयरलाइंस 

हरियाणा लोकहित पार्टी का नेता और बिज़नेसमैन गोपाल कांडा का नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा. कांडा ने साल 2007 में MDLR Airlines की स्थापना की थी. इसी एयरलाइंस की एक कर्मचारी की हत्या के आरोप में कांडा कांडा को जेल की हवा खानी पड़ी. 5 नवंबर 2009 से ये एयरलाइंस भी अस्तित्व में नहीं है. 

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इसके अलावा अंबिका एयरलाइंस, कलिंगा एयरलाइंस, ओरिएंट एयरवेज, ईस्ट वेस्ट, एयर कोस्टा आदि एयरलाइंस भी अब अस्तित्व में नहीं हैं.

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