Freedom Fighters Nicknames: 1947 से पहले आज़ादी की लड़ाई में शामिल होने विभिन्न पारिवारिक पृष्ठभूमि से बड़ी संख्या में क्रांतिकारी और कार्यकर्ता एक साथ आए और भारत पर औपनिवेशिक शक्तियों के प्रभुत्व को ख़त्म करने के मिशन पर निकल पड़े. देश की आज़ादी में मुख्य भूमिका निभाने के बाद ये स्वतंत्रता सेनानी अपने पीछे वीरता, संकल्प और अटूट देशभक्ति की विरासत छोड़ गए. आज भले ही वो हमारे साथ नहीं हैं, फिर भी वो लाखों लोगों को हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं. उस दौरान कई क्रांतिकारियों (Freedom Fighters) ने लोगों के दिल में इस कदर छाप छोड़ी थी कि लोगों ने उनका निकनेम रख दिया था.
आइए आपको कुछ महान क्रांतिकारियों के निकनेम बता देते हैं, जिन्होंने देश को आज़ादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.
1. महात्मा गांधी
महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ विद्रोह दिखाने के लिए कई आंदोलन का नेतृत्व किया. इसमें असहयोग आंदोलन, स्वराज और नमक सत्याग्रह शामिल हैं. उन्हें लोग ‘महात्मा’, ‘बापू’ और ‘राष्ट्रपिता’ भी कहा जाता है.
2. जवाहरलाल नेहरू
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था. इसलिए बच्चे उन्हें ‘चाचा नेहरू‘ के नाम से बुलाते थे. वो बच्चों की शिक्षा और बेहतरीन जीवन के लिए हमेशा आवाज़ उठाते थे.
ये भी पढ़ें: जतिंद्रनाथ दास: वो क्रांतिकारी, जो जेल में 63 दिन बिना खाए-पिए रहा लेकिन अंग्रेज़ों के सामने झुका नहीं
3. बाल गंगाधर तिलक
बाल गंगाधर तिलक, एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतंत्रता सेनानी थे. उन्हें ‘लोकमान्य‘ का आदरणीय शीर्षक भी प्राप्त हुआ था, जिसका अर्थ है लोगों द्वारा स्वीकृत. इसके साथ ही उन्हें ‘मराठा केसरी’ और ‘फ़ादर ऑफ़ इंडियन अनरेस्ट‘ भी कहा जाता है.
4. लाला लाजपत राय
लाला लाजपत राय ने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी. ये राय सिख बिरादरी के असली हीरो थे और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल में से एक थे. उन्हें पंजाब केसरी भी कहा जाता है.
5. ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान
वे भारतीय उपमहाद्वीप में अंग्रेज़ शासन के विरुद्ध अहिंसा के प्रयोग के लिए जाने जाते है. एक समय उनका लक्ष्य संयुक्त, स्वतंत्र और धर्मनिरपेक्ष भारत था. उन्हें अपने कार्य और निष्ठा के कारण ‘फ़्रंटियर गांधी’, ‘सरहदी गांधी, ‘बच्चा खां‘ और ‘बादशाह ख़ान‘ के नाम से भी पुकारा जाता है.
6. सरोजिनी नायडू
सरोजिनी नायडू ने अनेक राष्ट्रीय आंदोलनों का नेतृत्व किया और जेल भी गयीं. संकटों से न घबराते हुए वे एक धीर वीरांगना की भांति गांव-गांव घूमकर ये देश-प्रेम की अलख जगाती रहीं और देशवासियों को उनके कर्तव्य की याद दिलाती रहीं. उन्हें उनकी कविता के रंग, कल्पना और गीतात्मक गुणवत्ता के कारण महात्मा गांधी द्वारा ‘भारत कोकिला‘ नाम दिया गया था.
7. सरदार वल्लभभाई पटेल
सरदार वल्लभभाई पटेल ने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था. उन्होंने भारत के राजनीतिक एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में कार्य किया. उन्हें लोग प्यार से ‘लौह पुरुष’, ‘सरदार‘ और ‘भारत का ‘बिस्मार्क‘ भी कहा जाता है.
8. डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद
वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई. वो भारत के पहले राष्ट्रपति भी थे. उन्हें प्यार से ‘बिहार गांधी‘ और ‘देश रत्न‘ भी कहा जाता है.
ये भी पढ़ें: जमशेदजी पेटिगरा: ब्रिटिश राज का वो पहला भारतीय DCP, जिसने किया था महात्मा गांधी को गिरफ़्तार
9. भगत सिंह
भगत सिंह ने चन्द्रशेखर आज़ाद व पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर भारत की स्वतंत्रता के लिए अभूतपूर्व साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया. उन्हें प्यार से ‘शहीद-ए-आज़म‘ और ‘शहीदों का राजकुमार‘ भी कहा जाता है.
10. बिपिन चंद्र पाल
बिपिन चंद्र पाल भारत में क्रांतिकारी विचारों के जनक थे. वो राष्ट्रवादी नेता होने के साथ-साथ शिक्षक, पत्रकार, लेखक व वक्ता भी थे. उन्हें ‘बंगाल टाइगर’ भी कहा जाता है.
इन स्वतंत्रता सेनानियों पर लोग जमकर प्यार लुटाते थे.