लॉकडाउन दुनिया के सभी लोगों के लिये एक नया अनुभव है. शुरुआत में तो ऐसा लगा, जैसे हमें किसी पिंजरे में बंद कर दिया हो. पर जैसे-जैसे समय बिताता गया लॉकडाउन ठीक लगने लगा. इसकी वजह वो चीज़ें हैं जो हमने लॉकडाउन में अनुभव की हैं, वो शायद अपने जीवनकाल में कभी नहीं कर पाते. भागती-दौड़ती ज़िंदगी में थोड़ा ठहराव आया और ये ठहराव सबके अंदर कुछ न कुछ बदलाव भी लाया.
वो साकारात्मक बदलाव जिसकी हम सबको ज़रूरत थी, क्योंकि समय की कमी की वजह से हम सब चलाऊ टाइप ज़िंदगी जी रहे हैं. लॉकडाउन में कुछ लोगों का छिपा टैलेंट भी बाहर आया. जब हमने अपनी टीम के साथियों से पूछा कि लॉकडाउन ने उन्हें क्या पॉज़िटिव सीख दी है, उनके जवाब जानकार मन ख़ुश हो गया.

– धैर्य बढ़ गया है, ताज्जुब होता है इस पर कभी-कभी.

– लोगों से Expectations पहले से कम हो गई हैं.

– बहुत देर तक चुप रह सकती हूं, बिना कुछ बोले!

– पहले काम-काज में चीज़ें बहुत गिरा देते थे या फैला देते थे, या ख़ुद फैल जाते थे. अब ये आदत कम हो गई है.

2. राशि शर्मा


– एक्सरसाइज़ का महत्व पता चला गया, जिस वजह से रोज़ एक्सरसाइज़ करता हूं.

4. कृतिका निगम

– लॉकडाउन ने घर पर रहना सिखा दिया.

5. नबील

6. शोभा सामी

7. ईशी कानोडिया

– Kindness से बड़ा कुछ नहीं.


– अब बचत करने की एक अच्छी आदत शुरू हो गई है.

9. आकांक्षा तिवारी

अब आप बताओ आपने कौन सी पॉज़िटिव चीज़ सीखी?
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