कुछ लोग ख़ुद के लिये जीते हैं. कुछ अपनी ज़िंदगी दूसरों की ज़िंदगी बेहतर बनाने में बिताते हैं. खराड़ी गांव के 29 वर्षीय योगेश भी उन लोगों में से हैं. जो अपनी ज़िंदगी का एक हिस्सा दूसरों की मदद में गुज़ार रहे हैं. 

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टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, योगेश पिछले पांच सालों से ठाणे के खराड़ी ज़िला रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मुफ़्त चाय और जलपान कराते हैं. दरअसल, योगेश ने ये नोटिस किया कि ठाणे के इस रेलवे स्टेशन पर 10 घंटे तक यात्री बिना खाये-पिये फंसे रहे. इन यात्रियों में वरिष्ठ यात्री और बच्चे भी शामिल थे. खराड़ी ज़िला रेलवे स्टेशन काफ़ी एकांत जगह पर है, जिस कारण दुकानदार सामान नहीं पहुंचा पाते. 

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इन यात्रियों की मदद के लिये योगेश अपनी जमापूंजी का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा उनके दोस्त और घरवाले भी इस कार्य में उनकी मदद कर रहे हैं. वहीं जब लॉकडाउन के दौरान ट्रेने बंद थीं. तब उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिये धन एकत्रित करके उन्हें खाना खिलाया. योगेश की कमाई कम है, लेकिन उनके अंदर ज़रूरतमंदों की मदद करने का ज़ज़्बा है. 

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योगेश के इस नेक कार्य में साथ देने के लिये मुंबई यूनिवर्सटी के प्रोफ़ेसर डॉ. मृदुल नील भी आगे आये हैं. ताकि कोई भी यात्री भूख से परेशान न हो. 

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