पत्रकारिता, वो चौथा स्तंभ है, जो देश की प्रतिष्ठा, सच्चाई और सम्मान को अपने कंधों पर ढोती है. आज देश पर आए पुलिस, डॉक्टर्स, सामाजिक कार्यकर्ता के अलावा पत्रकार भी अहम भूमिका निभा रहे हैं. वो रेड, ग्रीन और ऑरेंज सभी ज़ोन की ख़बरें आप तक समय से पहुंचा रहे हैं. जहां सब घर पर हैं वो सड़कों पर निकलकर आपको सारी जानकारी दे रहे हैं. इतना ही नहीं ये पत्रकार समय-समय पर अपनी ड्यूटी से बढ़कर भी कुछ ऐसा कर रहे हैं, जो हमेशा याद रहेगा. इनके द्वारा किए सारे काम इंसानियत की मिसाल कायम कर रहे हैं.
ये हैं वो 4 जर्नलिस्ट, जिन्होंने ये नेक काम किए हैं.
1. BBC के पत्रकार सलमान रवि
लॉकडाउन से बेहाल मजदूर भूखे-प्यासे बच्चों के साथ नंगे पांव कर रहे पलायन
— BBC News Hindi (@BBCHindi) May 13, 2020
वीडियोः सलमान रावी और पीयूष नागपाल#CoronaVirus #Lockdown4 #India pic.twitter.com/CeLNY9rbsJ
Finally followed them n managed to find shelter for migrant family. See the smile on the kids’ faces. Did my duty. Thanks to @FBDPolice 🙏 https://t.co/wwTPZIM0A7
— SALMAN RAVI (@salmanravi) May 15, 2020
सलमान ने ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान एक प्रवासी मज़दूर को नंगे पैर देख अपने जूते दे दिए. इसके अलावा इन्होंने पुलिस की मदद से उनमें से कुछ के लिए आश्रय की व्यवस्था भी कराई.
2. BSTV रिपोर्टर अजय कश्यप
Another video from UP.
— Parth MN (@parthpunter) May 16, 2020
12-year-old boy selling fruits in Bareilly thrashed by cops. Look at him as he bursts into tears describing the ordeal.
Via @Benarasiyaapic.twitter.com/3i86BUaRUQ
हाल ही में बरेली में स्थानीय पुलिसवालों ने एक 12 साल के बच्चे को फल और सब्ज़ियां बेचने के चलते पीटा था.
Ajay Kashyap, a reporter from @bstv in Bareilly reached out to this kid with cakes and chocolates. The 12-year-old flashes his precious smile in return. Thank you for the gesture @brajeshlive sir 🙏 https://t.co/ycwAvyefM2 pic.twitter.com/UXRmWC6G7B
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) May 17, 2020
बच्चा उस वक़्त अपने पिता के ठेले को संभाल रहा था. इस बच्चे को ख़ुश करने के लिए BSTV के रिपोर्टर, अजय कश्यप, केक और चॉकलेट लेकर उसके घर पहुंचे.
3. भोपाल के पत्रकार और शोधकर्ता, रवि मिश्रा
PLEASE HELP!
— Rachita Prasad (@rachitaprasadET) April 11, 2020
Ravi Mishra, journalist & researcher, is helping people worst hit by #Covid_19india #lockdown in & around #Bhopal with groceries. He did so initially with his own money but as the number of people increased, the need for funds in increasing. @fixerinindia pic.twitter.com/vkLy339MKJ
भोपाल में और आसपास के एरिया में रवि COVID-19 के बाद हुए लॉकडाउन में फंसे ज़रूरतमंद लोगों को खाने की चीज़ें पहुंचाते हैं. पहले रवि ये काम ख़ुद के पैसों से करते थे, लेकिन वो जैसे-जैसे ज़्यादा लोगों तक पहुंच रहे हैं उन्हें ज़्यादा पैसों की ज़रूरत है. अगर आप रवि की मदद करना चाहते हैं तो आप उनके Instagram और Twitter पर उनसे संपर्क कर सकते हैं.
4. The New Indian Express के पत्रकार, अश्विनी एम श्रीपद
I am just a full time Journalist with The New Indian Express & have NO EXPERIENCE IN FARMING. Just making best utilise of my 9k followers to reach customers for farmers through #RaithaSahaaya , will continue to do this till lockdown period.If this helps them, nothing like it.
— Ashwini M Sripad (@AshwiniMS_TNIE) April 22, 2020
अश्विनी उन किसानों की मदद कर रहे हैं, जिनकी फसलें लॉकडाउन के दौरान उपजी हैं और उन्हें बेचने में दिक्कत हो रही है. अश्विनी उन्हें बिकवाने में किसानों की मदद कर रहे हैं.
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